नई दिल्लीः रेल तथा वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज देश भर के विभिन्न निर्यात संवर्धन परिषदों (ईपीसी) के प्रतिनिधियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की, ताकि देश में कोविड-19 के प्रभाव और लॉकडाउन का आकलन किया जा सके, और स्थितियों को सुधारने के बारे में उनकी प्रतिक्रिया और सुझाव प्राप्त किए जा सकें। बैठक में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी, वाणिज्य सचिव डॉ, अनूप वाधवन, विदेश व्यापार महानिदेशालय के महानिदेशक श्री अमित यादव भी उपस्थित थे। बैठक में निर्यात संवर्धन परिषदों की गतिविधियों और व्यवसायों पर महामारी के प्रभाव और साथ ही इन कठिनाइयों से निबटने के लिए कई सारे सुझावों पर चर्चा की गई।
श्री पीयूष गोयल ने बैठक में कहा कि निर्यात-आयात देश की महत्वपूर्ण गतिविधियों में से है, लेकिन इसके साथ ही, 130 करोड़ भारतीयों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए लॉकडाउन भी आवश्यक था। ऐसे में एक संतुलन बनाए रखने के साथ ही कठिनाइयों को कम करने के लिए समाधान खोजना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार समय से काफी आगे चल रही है। वित्त मंत्री और रिजर्व बैंक के गर्वनर द्वारा हाल ही में की गई घोषणाओं में इसे देखा जा सकता है। कठिन समय में, व्यक्ति दूसरों के अनुभवों से सीख लेकर भविष्य की योजना बना सकता है। श्री गोयल ने कहा कि सम्मेलन में दिए गए सुझावों पर गंभीरता से ध्यान दिया जाएगा और जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निर्यात और आयात संगठनों को आश्वासन दिया कि सरकार उनकी उचित मांगों के साथ समायोजन करने का प्रयास करेगी, और व्यावहारिक परिणामों के साथ सामने आएगी।
बैठक में फियो, एईपीसी, एसआरटीईपीसी, जीजेईपीसी, सीएलई, सीईपीसी, शेफेक्सिल, फार्माटेक्सिल, इलेक्ट्रॉनिक और सॉफ्टवेयर, सेवाओं, रेशम उद्योग, परियोजनाओं, टेक्सटाइल, ऊन, प्लास्टिक, केमिकल्स तथा खेल सामग्रियों के निर्यात से जुडे संगठनों ने हिस्सा लिया।