नई दिल्ली: केंद्रीय युवा मामले और खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों और टीमों की दक्षता और प्रदर्शन में सुधार लाने के लिए लगातार
तैयारियां कराई जाती हैं। इसके लिए देश और विदेश में अनुकूलन शिविरों, प्रशिक्षण शिविरों के आयोजन, प्रतियोगिताओं में भाग लेने के साथ विदेशी प्रशिक्षकों की सेवाएं लेने की योजनाएं समयानुसार बनाई जाती हैं।
नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशंस को सहयोग देने की योजना के अंतर्गत जरूरी प्रशिक्षण और प्रतियोगिताओं में भाग लेने के अवसर उपलब्ध कराये जाते हैं।
वर्ष 2016 में आयोजित होनेवाले रियो ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए सभी चिन्हित खेलों के खिलाड़ियों के प्रशिक्षण और प्रतियोगिताओं के लिए एनुअल कैलेंडर फॉर ट्रेनिंग एंड कॉम्पिटिशंस (एसीटीसी) को समयपूर्व तैयार करके संबंधित नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन की राय के अनुसार खिलाड़ियों के प्रशिक्षण और प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लए पर्याप्त बजट उपलब्ध कराया गया।
मंत्री महोदय ने आगे कहा कि रियो ओलंपिक 2016 में पदक जीतने की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए युवा मामले और खेल मंत्रालय ने टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टीओपीएस) शुरू की है। इस योजना के तहत चुने हुए खिलाड़ियों को नियमित रूप से मिल रही सहायता के अतिरिक्त विशेष अनुकूलन- प्रशिक्षण के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। पहली बार विशेषज्ञों के सहयोग से वर्ष 2016 के रियो ओलंपिक में पदक जीतने की संभावनाओं को चिन्हित करने का प्रयास किया गया है।
राज्य सभा में आज एक लिखित उत्तर में युवा मामले और खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सोनोवाल ने बताया कि पदक जीतने की क्षमता रखने वाले खिलाड़ियों को भारतीय और विदेशी प्रशिक्षकों के साथ व्यक्तिगत प्रशिक्षकों के माध्यम से प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। वर्ष 2016 के रियो ओलंपिक के लिए खिलाड़ियों का प्रशिक्षण और अन्य तैयारियां एनुअल कैलेंडर फॉर ट्रेनिंग एंड कॉम्पिटिशंस (एसीटीसी) के अनुरूप ही चल रही हैं।
4 comments