नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में निर्माण टेक्नोलॉजी इंडिया समारोह को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने प्रत्येक परिवार के घर का सपना साकार करने की दिशा में केन्द्र सरकार के संकल्प पर बल दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में तेजी से हो रहे शहरीकरण को देखते हुए वैश्विक आवास टेक्नोलॉजी की आवश्यकता महसूस की गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, हृदय तथा अमृत सहित अनेक योजनाओं की दिशा आवास क्षेत्र में परिवर्तन के लिए है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग भौगोलिक स्थितियों में टेक्नोलॉजी को अपनाना भी एक चुनौती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि किफायती आवास, रियल स्टेट क्षेत्र, कौशल विकास तथा आवास टेक्नोलॉजी पर काफी बल दिया गया है । उन्होंने 2022 तक प्रत्येक भारतीय को घर देने के अपने सपने को दोहराया और कहा कि उनके कार्यकाल में 1.3 करोड़ घर बनाए गए हैं। उन्होंने सभी लोगों से क्षमताओं को बढ़ाने तथा गरीब की सहायता देने के लिए एक साथ मिलकर काम करने को कहा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार टैक्स तथा अन्य प्रोत्साहनों के माध्यम से लोगों के लिए घर खरीदना आसान बना रही है। उन्होंने कहा कि भू-सम्पदा (नियमन और विकास ) अधिनियम, (रेरा) ने डेवलेपरों में उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ाया है औऱ रियल स्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता आई है। उन्होंने कहा कि कुशल मानव संसाधान का पूल तैयार किया गया है, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में। उन्होंने कहा कि निर्माण क्षेत्र में अब आपदारोधी उपाय करने , ऊर्जा क्षमता तथा स्थानीय नवाचार पर अधिक फोकस किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक आवास टेक्नोलॉजी चुनौती एक प्लेटफार्म है जो भारत की निर्माण प्राणाली को अंतर्राष्टीय मानक तक ऊपर उठाने में सहायक होगा। प्रधानमंत्री ने घोषणा कि अपैल 2019 से मार्च 2020 तक आवास टेक्नोलॉजी वर्ष मानाया जाएगा।