प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने महाराजा बीर बिक्रम (एमबीबी) हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया। श्री मोदी ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिपुरा ग्राम समृद्धि योजना और 100 विद्याज्योति स्कूलों की परियोजना मिशन जैसी प्रमुख पहलों का भी शुभारंभ किया। इस अवसर पर त्रिपुरा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री श्री बिप्लब कुमार देब, केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और श्रीमती प्रतिमा भौमिक उपस्थित थे।
इस अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी का भारत सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास की भावना के साथ सबको साथ लेकर आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि असंतुलित विकास में जहां कुछ राज्य पिछड़ जाते हैं और कुछ लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं, यह अच्छा नहीं है। श्री मोदी ने कहा कि त्रिपुरा के लोगों ने दशकों से यही देखा है। प्रधानमंत्री ने व्यापक भ्रष्टाचार और राज्य के विकास के लिए कोई दृष्टिकोण या इच्छा नहीं रखने वाली सरकारों के समय को याद किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे परिदृश्य के बाद, वर्तमान शासन त्रिपुरा में सम्पर्क सुविधा में सुधार के लिए हीरा (एचआईआरए)- एच से हाईवे, आई से इंटरनेट वे, आर से रेलवे और ए से एयरवेज के मंत्र के साथ आया है। उन्होंने कहा कि आज त्रिपुरा हीरा मॉडल के आधार पर अपनी सम्पर्क व्यवस्था को मजबूत बना रहा है और उसका विस्तार कर रहा है।
नए हवाई अड्डे के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि हवाई अड्डा त्रिपुरा की संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और आधुनिक सुविधाओं का मिश्रण है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में हवाई संपर्क बढ़ाने में यह हवाईअड्डा बड़ी भूमिका निभाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि त्रिपुरा को पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार बनाने के लिए पूरी गंभीरता से काम चल रहा है। सड़क, रेल, वायु और जल संपर्क बुनियादी ढांचे में अभूतपूर्व निवेश हो रहा है। यह त्रिपुरा को वाणिज्य और उद्योग के साथ-साथ व्यापारिक गलियारे के एक नए केंद्र में बदल रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि “दोहरी गति से काम करने की जब बात आती है तो डबल इंजन की सरकार का कोई मुकाबला नहीं है। श्री मोदी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार यानि संसाधनों का सही इस्तेमाल, संवेदनशीलता और लोगों के सामर्थ्य को बढ़ावा। डबल इंजन की सरकार यानि सेवा और संकल्पों की सिद्धि और समृद्धि की दिशा में एकजुट प्रयास।”
कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में त्रिपुरा के रिकॉर्ड की प्रशंसा करते हुए, प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री त्रिपुरा ग्राम समृद्धि योजना शुरू करने के लिए राज्य की सराहना की। इसका उद्देश्य प्रधानमंत्री के लालकिले की प्राचीर से घोषित योजनाओं को लोगों तक ले जाने की परिकल्पना को पूरा करना है। यह योजना हर घर नल से जल, आवास, आयुष्मान कवरेज, बीमा सुरक्षा, केसीसी और सड़कों के निर्माण को बढ़ावा देगी जिससे ग्रामीण आबादी में विश्वास बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना-पीएमएवाई के कवरेज में सुधार के लिए परिभाषाओं को बदलने की दिशा में काम करने के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की। इससे 1.8 लाख परिवारों को पक्के मकान मिलेंगे, जिनमें से 50 हजार मकानों को पहले ही राज्य के लोगों को सौंपा दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी में भारत को आधुनिक बनाने वाले नौजवान मिलें, इसके लिए देश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की जा रही है। इसमें स्थानीय भाषा में पढ़ाई पर भी उतना ही जोर दिया गया है। त्रिपुरा के विद्यार्थियों को अब मिशन-100, ‘विद्या ज्योति’ अभियान से भी मदद मिलने वाली है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 15-18 आयु वर्ग के युवाओं का टीकाकरण अभियान यह सुनिश्चित करेगा कि युवा छात्रों की शिक्षा में कोई रुकावट न आए। इससे छात्रों और अभिभावकों की परेशानी दूर होगी। प्रधानमंत्री ने बताया कि त्रिपुरा में 80 प्रतिशत लोगों को पहली खुराक मिल चुकी है और 65 प्रतिशत लोगों को दोनों वैक्सीन की खुराक मिल चुकी है. उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि त्रिपुरा जल्द ही 15-18 आयु वर्ग के पूर्ण टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को सिंगल यूज़ प्लास्टिक का विकल्प देने में भी त्रिपुरा एक अहम भूमिका निभा सकता है। यहां बने बांस के झाड़ू, बांस की बोतलें, ऐसे प्रोडक्ट्स के लिए बहुत बड़ा बाज़ार देश में बन रहा है। इससे बांस के सामान के निर्माण में हज़ारों साथियों को रोज़गार, स्वरोज़गार मिल रहा है। उन्होंने जैविक खेती में राज्य के काम की भी प्रशंसा की।
महाराजा बीर बिक्रम हवाई अड्डे का नया एकीकृत टर्मिनल भवन लगभग 450 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है और यह आधुनिक सुविधाओं के साथ 30,000 वर्ग मीटर में फैला एक अत्याधुनिक भवन है और नवीनतम आईटी नेटवर्क-एकीकृत प्रणाली द्वारा समर्थित है। 100 विद्याज्योति स्कूल परियोजना मिशन का उद्देश्य राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना है, जिसमें 100 मौजूदा उच्च/उच्च माध्यमिक विद्यालयों को अत्याधुनिक सुविधाओं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ विद्याज्योति स्कूलों में परिवर्तित किया जा रहा है। यह परियोजना नर्सरी से बारहवीं कक्षा तक के लगभग 1.2 लाख छात्रों को कवर करेगी और अगले तीन वर्षों में लगभग 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
मुख्यमंत्री त्रिपुरा ग्राम समृद्धि योजना का उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर विकास के मुख्य क्षेत्रों में सेवा वितरण के लिए बेंचमार्क मानकों को प्राप्त करना है। इस योजना के लिए चुने गए प्रमुख क्षेत्रों में घरेलू नल कनेक्शन, घरेलू बिजली कनेक्शन, हर मौसम के अनुकूल सड़कें, हर घर के लिए क्रियाशील शौचालय, प्रत्येक बच्चे के लिए अनुशंसित टीकाकरण, स्वयं सहायता समूहों में महिलाओं की भागीदारी आदि शामिल हैं।