नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2019 के विजेताओं से मुलाकात की और उनके साथ बातचीत की। बच्चों ने विस्तार से अपनी विशेष उपलब्धियों के बारे में बताया और अपनी आकांक्षाएं प्रधानमंत्री के साथ साझा कीं।
प्रधानमंत्री ने विजेताओं को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी और उनकी प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन पुरस्कारों से प्रतिभाशाली बच्चों को जानने का अवसर मिलता है और ये पुरस्कार दूसरों के लिए प्रेरणा का काम करते हैं। उन्होंने मेधावी और प्रतिभाशाली बच्चों से कहा कि ये प्रकृति से जुड़े रहें। बच्चों ने ऑटोग्राफ के लिए उनसे आग्रह किया और उन्होंने बच्चों के साथ हल्के-फुल्के तथा अनौपचारिक पल भी बिताए।
पृष्ठभूमि
इस योजना के तहत पुरस्कारों के दो वर्ग हैं। पहले वर्ग का बाल शक्ति पुरस्कार व्यक्तिगत रूप से दिया जाता है और दूसरे वर्ग का बाल कल्याण पुरस्कार उन संस्थानों/व्यक्तियों को दिया जाता है जो बच्चों के लिए काम करते हों।
इस वर्ष बाल शक्ति पुरस्कार के लिए 783 आवेदन प्राप्त हुए थे। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने नवाचार, अध्ययन, खेल, कला, संस्कृति, सामाजिक सेवा और बहादुरी वर्ग के तहत बाल शक्ति पुरस्कार के लिए 26 विजेताओं को चुना था। राष्ट्रीय चयन समिति ने बाल कल्याण पुरस्कार के लिए दो व्यक्तिगत और तीन संस्थागत नामों को अंतिम रूप दिया था।