नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति श्री इब्राहिम मोहम्मद सालेह ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मालदीव में अनेक महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया।
भारत में निर्मित तटरक्षक जहाज ‘कामयाब’ को उपहार के तौर पर मालदीव को देना, रुपे कार्ड लॉन्च करना, एलईडी लाइटों का उपयोग कर माले को रोशन करना, व्यापक सकारात्मक असर वाली सामुदायिक विकास परियोजनाएं और मछली प्रसंस्करण संयंत्रों को लॉन्च करना इनमें शामिल हैं।
राष्ट्रपति सालेह को उनके कार्यकाल का प्रथम वर्ष पूरा होने पर उन्हें बधाई देते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह भारत-मालदीव संबंधों के लिए एक उल्लेखनीय वर्ष है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति और मालदीव की ‘पहले भारत’ नीति ने सभी सेक्टरों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया है।
फास्ट इंटरसेप्टर क्राफ्ट तटरक्षक जहाज ‘कामयाब’ का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे मालदीव की समुद्री सुरक्षा बढ़ाने और नीली अर्थव्यवस्था (ब्लू इकोनॉमी) तथा पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने द्वीप में रहने वाले समुदाय की आजीविका में सहयोग देने के लिए ‘व्यापक सकारात्मक असर वाली सामुदायिक विकास परियोजनाओं’ के जरिए साझेदारी करने पर खुशी जताई।
प्रधानमंत्री ने यह बात रेखांकित की कि ‘दोनों देशों की जनता के बीच आपसी संपर्क’ भी भारत और मालदीव के बीच घनिष्ठ संबंधों का एक महत्वपूर्ण पहलू है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि मालदीव में भारत के पर्यटकों का आंकड़ा दोगुने से भी अधिक हो गया है। यही नहीं, दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू से तीन सीधी उड़ानें इसी सप्ताह शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि रुपे भुगतान व्यवस्था की शुरुआत से भारतीयों के लिए मालदीव यात्रा और भी सुगम हो जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार हुलहुलमाले में एक कैंसर अस्पताल और क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण पर भी काम कर रही है। वहीं, 34 द्वीपों में जल एवं स्वच्छता परियोजना पर भी जल्द ही कार्य शुरू हो जाएगा।
प्रधानमंत्री ने लोकतंत्र को मजबूत करने एवं विकास की गति तेज करने के लिए मालदीव के साथ साझेदारी को जारी रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों ही देश हिंद महासागर क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा के लिए आपसी सहयोग को बढ़ावा देंगे।