नई दिल्ली: कोरोना वायरस से देश और दुनिया के सामने पैदा हुए खतरे के बीच पीएम मोदी ने आज देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में देश को इस बात का धैर्य बंधाया कि सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस बीच पीएम मोदी ने देश के लोगों से एक खास अपील की। पीएम ने कहा कि मैं आज प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं। पीएम ने देश से जनता-कर्फ्यू लगाने के लिए समर्थन मांगा।
आने वाली चुनौतियों के लिए के बारे में करेंगे तैयार
पीएम ने कहा कि जनता कर्फ्यू यानि जनता के लिए, जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू। उन्होंने कहा कि संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम 10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता-कर्फ्यू के बारे में भी बताएं। 22 मार्च को हमारा ये प्रयास, हमारे आत्म-संयम, देशहित में कर्तव्य पालन के संकल्प का एक प्रतीक होगा। 22 मार्च को जनता-कर्फ्यू की सफलता, इसके अनुभव, हमें आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार करेंगे।
सभी देशवासियों को जनता-कर्फ्यू का पालन करना है
पीएम मोदी ने कहा कि ये कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए भारत कितना तैयार है, ये देखने और परखने का भी समय है। आपके इन प्रयासों के बीच, जनता-कर्फ्यू के दिन 22 मार्च को मैं आपसे एक और सहयोग चाहता हूं। इस रविवार, यानि 22 मार्च को, सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक, सभी देशवासियों को जनता-कर्फ्यू का पालन करना है।’
स्वास्थ्य कर्मियों की सेवा के लिए करतल की ध्वनि का आभार करें
उन्होंने कहा कि पूरे देश के स्थानीय प्रशासन से भी मेरा आग्रह है कि 22 मार्च को 5 बजे, सायरन की आवाज से इसकी सूचना लोगों तक पहुंचाएं। दूसरों की सेवा कर रहे लोगों का 22 मार्च की शाम को 5 बजकर 5 मिनट तक करतल ध्वनि के साथ आभार करें। सेवा परमो धर्म के हमारे संस्कारों को मानने वाले ऐसे देशवासियों के लिए हमें पूरी श्रद्धा के साथ अपने भाव व्यक्त करने होंगे।
क्या है जनता कर्फ्यू?
पीएम मोदी के अनुसार 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक कोई व्यक्ति घर से बाहर न निकले। अपने आप से कर्फ्यू जैसे हालात करने हैं। पीएम ने अपील की कि संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम 10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता-कर्फ्यू के बारे में भी बताएं। पीएम ने अपील की कि रविवार को ठीक 5 बजे हम घर के दरवाजे पर खड़े होकर 5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें जो कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।
पीएम मोदी ने देशवासियों को ब्लैक आउट के बारे में समझाया
पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि आज की पीढ़ी इससे बहुत परिचित नहीं होगी लेकिन पुराने समय में जब युद्ध की स्थिति होती थी तो गांव-गांव में ब्लैक आउट किया जाता था। घरों के शीशों पर कागज लगाया जाता था, लाइट बंद कर दी जाती थी, लोग चौकी बनाकर पहरा देते थे। Source जागरण