New Delhi: पिछले कुछ दिनों से मुझे सरकार की विभिन्न योजनाओं के देश भर के जो लाभार्थी हैं। उन सबसे रूबरू होने का, बातचीत करने का उनको सुनने का अवसर मिला और मैं कह सकता हूं कि मेरे लिए एक अद्भुत अनुभव है। और मैं हमेशा इस हिम्मत का आग्रही हूं। कि फाइलों से परे लाइफ भी होती है। और लाइफ में जो बदलाव आया है। जब उसको सीधा लोगों से सुना। उनके अनुभवों को जाना तो मन को एक बहुत ही संतोष मिलता है। और काम करने की एक नई ऊर्जा भी मुझे आप लोगों से मिली है। आज डिजिटल इंडिया की कुछ योजना के लाभार्थियों से बातचीत करने का अवसर मिला है।
मुझे बताया गया है कि आज के इस कार्यक्रम में देश भर के गरीब 3 लाख Common Service Centres इनके साथ जुड़ने का मुझे अवसर मिला है। इन CSC Common Service Centre को संचालित करने वाले VLEs और जो नागरिक इनसे अलग-अलग तरह की सेवाएं ले रहे हैं, सर्विस ले रहे हैं। वे सब आज यहां मौजूद हैं। इसके अलावा देश भर के NIC centre के माध्यम से Digital India के लाभार्थी वहां भी इकट्ठा हुए हैं। 1600 से अधिक संस्थाएं जो NKN National Knowledge Network उनसे जुड़े हैं। उनके विद्यार्थी, Researchers, Scientist, Professors ये सब हमारे साथ हैं। देश भर में सरकार की योजना से जो BPO स्थापित हुए हैं। उनके युवा अपने-अपने BPO centre से भी इस कार्यक्रम में हमारे साथ है। इतना ही नहीं Mobile, Manufacturing Units में काम करने वाले युवा भी हमें अपनी-अपनी Units भी दिखाएगें। और वो कुछ बात हमसे करेंगे।
देश भर में लाखों की संख्या में Mygov volunteers भी जुड़़े हैं। मैं मानता हूं ये अनोखा संवाद है जहां कम से कम 50 लाख से ज्यादा लोग एक ही विषय पर आज हम सब मिलकर के बाते करने वाले हैं। हर किसी का अनुभव सुनने का, उनसे बातचीत करने का एक ही अद्भुत अवसर है और जब Digital India launch हुआ था तो एक संकल्प था कि देश के सामान्य व्यक्ति को, गरीब को, किसानों को, युवाओं को, गांवों को डिजिटल की दुनिया से जोड़ रहा है। उन्हें Empower कर रहा है। इसी एक संकल्प को लेकर पिछले चार साल में Digital Empowerment के हर एक पहलू पर काम किया है चाहे गांवों को, Fibre Optics से जोड़ना हो। करोड़ो लोगों को डिजिटली साक्षर करना हो, सरकारी सेवाओं को मोबाइल के माध्यम से हर एक के हाथ में पहुंचाना हो, Electronic Manufacturing को देश में विकसित करना हो Strat up or Innovation को बढ़ावा देना हो, दूर-दराज के क्षेत्रों में BPO’s खोलने को अभियान चलाना हो। ऐसे अनेक प्रकल्प आज पेंशन प्राप्त करने वाले हमारे बुजुर्गों को कोसो दूर खुद जाकर अपने जीवन का प्रमाण नहीं देना पड़ता बल्कि वो अपने गांव में ही Common Service Centres CSC centre से पहुंच करके बड़ी आसानी से काम कर सकते हैं। देश का किसान मौसम का हाल जानना हो, फसल के संबंध में जानकारी लेनी हो, Soil आदि के बारे में जानकारी लेनी हो। वो बड़े आराम से आजकल प्राप्त कर लेता है। लेकिन साथ ही साथ एक Digital Market ENAM के माध्यम से अपने उत्पाद भी देश भर के बाजारों में वो बेच सकता है। अपने मोबाइल फोन के माध्यम से या CSC के सेंटर पर जाकर।
आज गांव में पढ़ने वाला विद्यार्थी सिर्फ अपने स्कूल-कॉलेज में उपलब्ध किताबों तक सीमित नहीं है। वो इंटरनेट का इस्तेमाल करके digital library के जरिये लाखों किताबों का access कर रहा है। वो अब scholarship की धनराशि के लिए स्कूल-कॉलेज के प्लानिंग सिस्टम पर निर्भर नहीं है। उसकी scholarship अब सीधा उसके बैंक खाते में आ जाती है। ये सब संभव हुआ है टेक्नोलॉजी के माध्यम से संचार क्रांति के द्वारा। आज से कुछ वर्ष पहले तक महानगरों से दूर छोटे शहरों, कस्बों और गांवों में रहने वालों के लिए इस बात की कल्पना भी मुश्किल थी कि रेलवे टिकट बिना स्टेशन पर गए हुए, बिना लाइन में लगे हुए रेलवे टिकट बुक हो सकती है। या रसोई गैस बिना लाइन में घंटों बिताए सीधा घर तक पहुंच सकती है। टैक्स, बिजली, पानी का बिल बिना किसी सरकारी दफ्तर का चक्कर लगाए ही जमा हो सकता है। लेकिन आज ये सब संभव है आपके जीवन से जुड़े हुए तमाम जरूरी काम अब बस अंगुली भर की दूरी पर है। और ऐसा नहीं है कि कुछ चंद लोगों को ही ये उपलब्ध है, हर एक को उपलब्ध है। देश के हर नागरिक को अधिक से अधिक सुविधाएं अपने घर के पास ही मिल सके। इसके लिए देश भर के Common Service Centres CSC network को मजबूत किया जा रहा है।
अब तक देश में करीब 3 लाख Common Service Centres खोले जा चुके हैं। आज Digital Service Deliver Centres का ये विशाल नेटवर्क भारत के 1 लाख 83 हजार ग्राम पंचायतों में फैला हुआ है। आज लाखों की संख्या में युवा Village Level Entrepreneurs (VLE) के रूप में काम कर रहा है। और खुशी की बात है कि इनमें 52 हजार महिलाएं उद्यमी काम कर रही हैं।
इन केंद्रों के माध्यम से 10 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। समग्र रूप से देखें तो ये केंद्र न सिर्फ Empowerment का माध्यम बने हैं बल्कि इससे Education, Entrepreneurship और Employment को भी बढ़ावा मिला है।
देखिए आज लगभग 60 लाख volunteers Mygov Platfarm से जुड़े हुए हैं। यानी एक प्रकार से नागरिक सरकार जिसको कहे citizen government इसका रूप बन गया है। Ideas और suggestion देने के अलावा अलग-अलग volunteers activity में भी युवा बढ़ चढ़ कर के हिस्सा ले रहे हैं।
नागरिकों से प्राप्त विभिन्न सुझावों को संबंधित मंत्रालयों तक पहुंचाना, उनके implementation की संभावनाओं पर काम करना और अधिक से अधिक युवाओं को इससे जोड़ना इन सबके लिए Mygov एक मजबूत Platform बनके उभरा है। मैं आपको इन voluntary और एक प्रकार से अपने योगदान के जरूर कुछ उदाहरण देना चाहूंगा जो लोगों ने मेरे सामने रखे। केंद्र सरकार हर साल बजट में volunteers द्वारा प्राप्त सुझावों को सम्मिलित करती है। स्वच्छ भारत अभियान, जन-धन योजना, डिजिटल इंडिया जैसे अनेक योजनाओ के logo और उसकी tag line भी Mygov के माध्यम से नागिरकों के योगदान से बनी है। सरकार ने उसमें टाइम नहीं खपाया। सरकार के लिए ये crowd sourcing से आगे बढ़ कर जनभागीदारी का एक प्लेटफार्म बना है।
हर महीने मन की बात कार्यक्रम के लिए भी देश के कोने-कोने से लोग अपने सुझाव और प्रेरणा देने वाले उदाहरण भी मुझे इस प्लेटफार्म के माध्यम से भेजते हैं। डिजिटल इंडिया आज देश भर में करोड़ो लोगों की जिंदगी में बदलाव ला रहा है। डिजिटल इंडिया से 4 E साकार हो रहे हैं, Education, Employment, Entrepreneurship, Empowerment. Digital India से सामान्य व्यक्ति का जीवन बेहतर बने इसी शुभकामना के साथ मैं आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं। लेकिन एक काम के लिए मैं आज आपको आग्रह करना चाहता हूं। और वो भी common service centre से मेरी ज्यादा अपेक्षा है। सब common service centre वाले सुन रहे हैं मैं आपको यहां screen पर देख रहा हूं। Common service centre वाले जरा हाथ ऊपर करें मेरा काम करोगे आप लोग। सारे common service centre वाले हाथ ऊपर करें, बताइए करेंगें। इसका मतलब ये नहीं कि BPO वाले न करें।
देखिए मैं बताता हूं क्या करना है, मैं चाहता हूं। आप लिख कर रखिए आने वाली 20 तारीख को इसी समय ठीक सुबह साढ़े नौ बजे मैं देश के किसानों के साथ बात करने वाला हूं। किसान भाईयों-बहनों के साथ बात करने वाला हूं। क्या आप एक मेरी मदद कर सकते हैं क्य। आप अपने CSC सेंटर में जैसे आज 10-12 लोग बैठे हैं, 20 तारीख को सुबह साढ़े नौ बजे 50-100 किसानों को बिठा सकते हैं क्या? मैं उन किसानों से बात करूंगा। हाथ ऊपर कीजिए, कौन करेंगे ये काम, सब किसानों से बात करेंगे। किसान के ही विषय की बात करेंगे।
देखिए, इससे आपका CSC Centre इतना powerful हो जाएगा, कि आप देश में तीन लाख सेंटर से देश का प्रधानमंत्री उस गांव को सीधी अपनी बात बता देगा और वहां लोग बैठेगें जैसे मैं कभी कह दूंगा कि भई मुझे टीकाकरण के पहले सब लोगों से बात करनी है। तो टीकाकरण को कितनी बड़ी ताकत मिल जाएगी। टीवी वगैरह के माध्यम से जानने की बजाय इसकी ताकत बहुत बढ़ जाती है। तो मैं चाहूंगा कि आप 20 तारीख को सुबह साढ़े नौ बजे अपने CSC Centre पर 50-100 किसान भाईयो-बहनों को लाकर के बिठाइए। मैं उनसे बात करूंगा, उनसे चर्चा करूंगा। कृषि के क्षेत्र में कैसे परिवर्तन आ रहा है। एक गांव का व्यक्ति भी उसका कैसे फायदा उठा सकता है, वो बाते मैं करना चाहता हूं। और मैं उनके अनुभव भी सुनना चाहता हूं।
तो दोस्तो मुझे आज बहुत अच्छा लगा। मेरे हिन्दुस्तान में जो बदलाव आ रहा है। जो बदलाव आप लोग ला रहे हैं और अपनी ऊंगली की ताकत से ला रहे हैं।
ये प्रगति, ये विश्वास, ये विकास, reform, perform, transform इसको साकार करने वाला है। मैं फिर एक बार आप सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं, बहुत-बुहत धन्यवाद देता हूं। नमस्ते।