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पुलिस को जनता के पास होने के साथ-साथ उसके साथ होने का एहसास भी कराना है: मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने पुलिस मुख्यालय में आयोजित 47वीं आॅल इण्डिया पुलिस साइंस काँग्रेस के समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि यू0पी0 पुलिस और ब्यूरो आॅफ पुलिस रिसर्च एण्ड डेवलपमेन्ट (बी0पी0आर0 एण्ड डी0) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यह कार्यक्रम समाज में प्रभावी पुलिसिंग उपलब्ध कराने के दृष्टिकोण से अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि बी0पी0आर0 एण्ड डी0 इस दिशा में अत्यन्त महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। आवश्यकता इस बात की है कि इसके निष्कर्षों तथा सुझावों को बीट स्तर तक प्रभावी रूप से लागू किया जाए।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वर्तमान समय के अनुसार अच्छी पुलिसिंग तथा आंतरिक सुरक्षा के दृष्टिगत केन्द्र सरकार प्रभावी कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि अपराधों के त्वरित एवं प्रभावी अनुसंधान के दृष्टिगत केन्द्र सरकार ‘मोडस आॅपरेण्डी ब्यूरो’ की स्थापना करेगी। किसी भी घटना की एफ0आई0आर0 दर्ज होते ही इस ब्यूरो के पास घटना का सारांश पहुंचेगा और वह इसका विश्लेषण करेगा। इसका मुख्य फोकस एक जैसे अपराध करने वालों से निपटना होगा। इससे आदतन अपराध करने वालों को शीघ्रता के साथ दण्डित करने में मदद मिलेगी।

श्री अमित शाह जी ने कहा कि नारकोटिक्स से सम्बन्धित अपराधों को प्रभावी रूप से नियंत्रित करने के उद्देश्य से नारकोटिक्स ब्यूरो के स्वरूप में भी बदलाव किया जाएगा। उन्होंने अपराधियों के खिलाफ त्वरित गति से अभियोजन की कार्यवाही करते हुए उन्हें दण्ड दिलवाने के दृष्टिगत डायरेक्टर प्राॅसीक्यूशन का पद सृजित करते हुए उसकी जिम्मेदारी तय करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि जब तक अपराधियों को शीघ्र सजा नहीं मिलेगी, तब तक प्रभावी ढंग से अपराध नियंत्रण नहीं हो सकेगा। उन्होंने जेल मैनुअल को वर्तमान आवश्यकताओं के अनुसार अपडेट कर प्रभावी बनाने पर भी बल दिया।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रचलित आई0पी0सी0 और सी0आर0पी0सी0 अब काफी हद तक अप्रासंगिक हो चुके हैं। अतः अब समय आ गया है कि इन्हें आज की आवश्यकताओं के अनुसार अपडेट किया जाए। उन्होंने कहा कि आंतरिक सुरक्षा और बेहतर पुलिसिंग के दृष्टिगत केन्द्र सरकार इनमें व्यापक परिवर्तन करेगी। उन्होंने केन्द्रीय रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा करते हुए कहा कि इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार विधेयक लाएगी। जिन राज्यों में पुलिस विश्वविद्यालय नहीं हैं, उनमें इनसे सम्बद्ध काॅलेज स्थापित किए जाएंगे, ताकि पुलिस को आंतरिक सुरक्षा एवं अच्छी पुलिसिंग से सम्बन्धित अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए तैयार आॅफिसर उपलब्ध हो सकें।

श्री अमित शाह जी ने कहा कि अपराध अनुसंधान के माध्यम से अपराधियों को प्रभावी रूप से दण्डित करने में फाॅरेन्सिक्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके दृष्टिगत केन्द्र सरकार नेशनल फाॅरेन्सिक साइंस यूनिवर्सिटी स्थापित करने जा रही है। उन्होंने कहा कि इससे अपराधियों को दण्डित करने में बहुत मदद मिलेगी।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वर्ष 1960 से वर्ष 2019 तक पुलिस साइंस काँगे्रस के समक्ष जो भी शोध पत्र प्रस्तुत किए गए, उन पर क्या कार्यवाही हुई, उनकी क्या स्थिति है, इनकी पड़ताल की जाए और सकारात्मक सुझावों तथा निष्कर्षों को लागू करने पर विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में नागरिकों की सुरक्षा के सम्बन्ध में सभी उपाय किए गए हैं। इसमें आंतरिक और वाह्य सुरक्षा दोनों शामिल हैं। उन्होंने कहा कि संविधान के फेडरल स्ट्रक्चर के तहत नागरिकों को सुरक्षा देने की जिम्मेदारी केन्द्र और राज्य दोनों की सम्मिलित रूप से है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि बेहतर पुलिसिंग से अपराधों पर काफी हद तक नियंत्रण किया जा सकता है। जनता के मन में पुलिस के प्रति सम्मान का भाव जाग्रत करने के लिए पुलिस को ठीक से काम करना होगा। उन्होंने पुलिस द्वारा किए गए अच्छे कार्यों पर डाॅक्यूमेण्ट्री बनाकर उन्हें प्रचारित-प्रसारित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस बल एक अत्यन्त प्रभावी बल है, जो आंतरिक सुरक्षा और कम्युनिटी पुलिसिंग के लिए उत्तरदायी है। ऐसे में इसे अपने दायित्वों को भलीभांति निभाना होगा। पुलिस के प्रति लोगों का नजरिया बदलने के लिए इसके आला अधिकारियों को प्रभावी नेतृत्व देना होगा। उन्होंने पुलिस साइंस काँग्रेस के निष्कर्षों और सुझावों को बीट स्तर तक लागू करने की अपेक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को बेहतर पुलिसिंग के लिए बीट स्तर से सुझाव लेने की भी अपेक्षा की।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आंतरिक सुरक्षा व कानून का राज स्थापित करने में पुलिस की बड़ी भूमिका है। पुलिस को जनता के पास होने के साथ-साथ उसके साथ होने का एहसास भी कराना है। कम्युनिटी पुलिसिंग में पुलिस का जनता के पास होना और उसका साथ देना, दोनों महत्वपूर्ण हैं। पुलिस के लिए प्रशिक्षण अत्यन्त महतत्वपूर्ण है। अब अपराध की जड़ें स्थानीय स्तर के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फैली हुई हैं। साइबर क्राइम पर नियंत्रण अब एक बहुत बड़ी चुनौती है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस को आमजन के विश्वास पर खरा उतरने के लिए सभी प्रयास करने होंगे। उसे अपनी वर्दी के सम्मान का पूरा ध्यान रखना होगा। अपराध नियंत्रण में तकनीकी का प्रयोग अत्यन्त प्रभावी साबित हो रहा है। ऐसे में सभी पुलिस कर्मियों को इसका प्रयोग अपराध नियंत्रण एवं अनुसंधान में करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुम्भ-2019 के दौरान कम्युनिटी पुलिसिंग की अच्छी एवं प्रभावी व्यवस्था देखने को मिली। पुलिसिंग टीम वर्क का काम है। इसलिए सभी अधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित करते हुए काम करना चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हाल ही में श्रीराम जन्म भूमि के सम्बन्ध में मा0 उच्चतम न्यायालय का फैसला आया। इसके उपरान्त कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में काफी आशंकाएं व्यक्त की गई थीं, परन्तु प्रभावी और सजग पुलिसिंग के चलते पूरे प्रदेश में शांति व्यवस्था पूर्ण रूप से कायम रही। उन्होंने कहा कि इसमें आपसी समन्वय और तकनीकी के इस्तेमाल से बेहतरीन परिणाम मिले।

कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री तथा मुख्यमंत्री जी को प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया गया।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य तथा डाॅ0 दिनेश शर्मा, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री ओ0पी0 सिंह, पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के महानिदेशक श्री वी0एस0के0 कौमुदी, उत्तर प्रदेश पुलिस एवं पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के वरिष्ठ अधिकारीगण सहित सुरक्षा एजेन्सियों, विधि विज्ञान संस्थानों एवं विधि विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

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