देहरादून: रविवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पुलिस लाईन में इंडोर फायरिंग रेंज का उद्घाटन किया। उन्होंने हाई एल्टीट्यूड सर्च एंड रेस्क्यू आपरेशन(HASAR) को भी फ्लेग आॅफ कर जनता की सेवा में समर्पित किया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में सर्च व रेस्क्यू अपरेशन के लिए उच्च प्रशिक्षितों की अलग से टीम का गठन अभिनव पहल है। देश में इस तरह का प्रयोग करने वाला उŸाराखण्ड पहला राज्य है। यह निरंतर प्राकृतिक आपदाओं से जूझने वाले उŸाराखण्ड के लिए वरदान साबित हो सकता है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने फायरिंग रेंज के लिए पुलिस विभाग को एक करोड़ रूपए दिए जाने की घोषणा की। उन्होंने एसडीआरएफ कर्मियों को दिए जाने वाले 30 प्रतिशत विशेष प्रोत्साहन भŸाा पर रूपए 4500 की केप को हटाए जाने के साथ ही इंस्पेक्टर व सब इंस्पेक्टर के गे्रड-पे को क्रमशः 4600 व 4800 करने की भी स्वीकृति दी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि केदारनाथ सहित चारधाम यात्रा व हेमकुण्ड साहिब यात्रा के सफल संचालन में एसडीआरएफ सहित पुलिस का भी सराहनीय योगदान रहा है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने डीजीपी को जेल के लिए पुलिसकर्मी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। हमें अपनी पुलिस फोर्स को आउटस्टेंडिंग फोर्स बनाना है। पुलिस विभाग में एडवांस रोटेशनल ट्रांसफर पाॅलिसी बनाई जाए।
मुख्यमंत्री ने फेयर फैक्स वल्र्ड पुलिस व फायर गेम्स में पदक जीतने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया। इनमें एथलेटिक्स में चार स्वर्ण पदक जीतने वाले मुकेश रावत, बाक्सिंग में स्वर्ण पदक जीतने वाली कमला बिष्ट, बाॅडिबिल्डिंग में स्वर्ण पदक विजेता अमित क्षेत्री, एथलेटिक में स्वर्ण पदक विजेता मनीष रावत व पावरलिफ्टिंग में रजत व कांस्य पदक विजेता मुकेशपाल शामिल थे। मुख्यमंत्री श्री रावत ने आईजी संजय गुन्ज्याल के नेतृत्व में माउंट भागीरथी-II के सफल पर्वतारोहण अभियान के सदस्यों को भी सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने पुलिस गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाडि़यों को बधाई देते हुए कहा कि पुलिस विभाग अपने खिलाडि़यों को हर सम्भव सुविधाएं उपलब्ध करवाए। आशा है कि अगले गेम्स में इससे भी अधिक पदक जीतने में सफलता प्राप्त होगी। एसडीआरएफ एक पूर्ण यूनिट के तौर पर विकसित हो। इसके सदस्य खेल, आपदा व बचाव आदि सभी कामों में विशेषज्ञों की भांति काम करें।
गृहमंत्री प्रीतम सिंह ने कहा कि बदलती परिस्थितियों में पुलिस का काम चुनौतिपूर्ण हो गया है। पुलिस को शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत रहने के लिए ड्यूटी के साथ ही स्पोर्ट्स में भी हिस्सा लेना चाहिए। पुलिस विभाग को बढ़ती चुनौतियों का सामना करने के लिए जो भी सुविधाएं आवश्यक हैं, उपलब्ध करवाई जाएंगी।
इस अवसर पर डीजीपी बीएस सिद्ध,ु सचिव गृह विनोद शर्मा, सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।