देहरादून: श्री अनिल के0 रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में दिनांक 16 जुलाई 2018 को राज्य रेलवे सुरक्षा व्यवस्था समिति की एक उच्चस्तीरय बैठक आयोजित हुई, जिसमें श्री अशोक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड, श्री वी0 विनय कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना/सुरक्षा, श्री दीपम सेठ, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उप निदेशक, आसूचना ब्यूरो, श्री संजय किशोर, पुलिस महानिरीक्षक आरपीएफ, उत्तर रेलवे, श्री राजा राम, पुलिस महानिरीक्षक उत्तर पूर्वी रेलवे एवं श्री अजय रौतेला, पुलिस उपमहानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र, द्वारा प्रतिभाग किया गया।
श्री अशोक कुमार ने बताया कि गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक तीन माह में एक बार पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय रेलवे सुरक्षा व्यवस्था समिति की बैठक तथा पुलिस अधीक्षक, जीआरपी, आरपीएफ, NER एवं NR एवं वन विभाग के अधिकारियों के मध्य माह में एक बैठक आयोजित की जा रही है। बैठक में विभिन्न सुरक्षा व प्रशासनिक बिन्दुओं पर विचार विर्मश किया गया तथा निम्न महत्तवापूर्ण निर्णय लिये गयेः-
- शाताब्दी ट्रेनों पर की गयी पत्थरबाजी की घटनाओं पर आरपीएफ एवं जीआरपी द्वारा संयुक्त रुप से कार्यवाही करते हुये पत्थरबाजी करने वाले 07 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
- रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण बिन्दु है। हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी, बैगेज स्केनर, गुड्स स्केनर, डीएफएमडी की पर्याप्त व्यवस्था किये जाने का भी निर्णय लिया गया।
- टप्पेबाजी, जहरखुरानी गतिविधियों में सक्रिय एवं पेशेवर अपराधियों का चिन्हीकरण कर उनके विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की जाये।
- रेलवे ट्रैकों पर जंगली जानवरों के ट्रैक पर आने की सम्भावना वाले स्थानों का चिन्हीकरण कर ऐसे स्थानों पर वन विभाग से समन्वय स्थापित कर संयुक्त पट्रोलिंग की जाये।
- रेलवे स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरों का परीक्षण कर लिया जाये तथा खराब सीसीटीवी कैमरों को सही कराया जाये तथा उनका रख-रखाव सुनिश्चित किया जाये।
- कांवड़ मेला के दृष्टिगत आरपीएफ, जीआरपी एवं स्थानीय पुलिस द्वारा रेलवे स्टेशनों में सयुंक्त रूप से प्रभावी चैकिंग के साथ-साथ इंजन एवं पुश ट्रॉली द्वारा रेलवे ट्रेकों का भी निरीक्षण किया जाये।
- यह सनिश्चित किया जाये कि कांवड़ियें ट्रेनों की छतों व दोनो डिब्बों के मध्य बैठकर या खड़े होकर यात्रा न करें।
- जीआरपी व आरपीएफ समन्वय स्थापित कर आपस में आपराधिक तत्वों एवं महत्वपूर्ण सूचनाओ के अदान-प्रदान हेतु व्हटस्एप ग्रुप बनाये।
- रेलवे प्लेटफार्म व ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था जीआरपी व आरपीएफ आपसी समन्वय से सुदृढ़ करें।