देहरादून: उत्तराखंड के पुलिस महकमे में आने वाले साल में बंपर प्रमोशन होने जा रहे हैं। पहली बार सात वरिष्ठ आईपीएस प्रोन्नति पाकर डीआईजी बन जाएंगे। इसके अलावा अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को डीजीपी और दो पीपीएस अधिकारियों को आईपीएस कैडर मिल जाएगा।
सीओ, इंस्पेक्टर और उप निरीक्षक पदाें पर अलग से प्रमोशन प्रस्तावित हैं, जो निकाय चुनाव की आचार संहिता के चलते लटके हुए हैं। हरिद्वार की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रिद्धिम अग्रवाल, उधम सिंह नगर के एसएसपी केके वीके, पौड़ी के एसपी जगत राम जोशी, आईआरबी में तैनात वरिष्ठ आईपीएस नीरू गर्ग, पीएसी सेनानायक मुख्तार मोहसिन, पुलिस मुख्यालय में तैनात नारायण सिंह नपच्याल और कर्ण सिंह नागयान वरिष्ठता क्रम में सबसे ऊपर हैं।
एक जनवरी 2019 से इन सातों वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों का प्रमोशन प्रस्तावित है। राज्य के इतिहास में यह पहला मौका है, जब इतनी संख्या में आईपीएस अफसरों को डीआईजी के पद पर प्रमोशन मिल रहा है। राज्य में फिलहाल चार पुलिस उप महानिरीक्षक हैं। इनमें गढ़वाल रेंज के डीआईजी अजय रौतेला, यातायात के निदेशक केवल खुराना, सीबीसीआईडी में डीआईजी पुष्पक ज्योति और अभिसूचना में तैनात डीआईजी बिमला गुंज्याल शामिल हैं।
इसके अलावा अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था अशोक कुमार का भी डीजीपी पद पर प्रमोशन होना हैं। जाहिर है कि इसके बाद उन्हें नई तैनाती मिलेगी। इस साल के अंत तक अपर पुलिस महानिदेशक राम सिंह मीणा सेवानिवृत्त होने वाले हैं। इनके अलावा दो पीपीएस अधिकारियों को भी आईपीएस कैडर मिलना है। इनमें हरिद्वार के एसपी देहात मणिकांत मिश्रा और एसडीआरएफ के डिप्टी कमांडर नवनीत भुल्लर शामिल हैं। सीओ से लेकर उप निरीक्षक पद पर काफी प्रमोशन होने है। निकाय चुनाव के बाद पुलिस कर्मियों की प्रमोशन पाने की चाह पूरी हो पाएगी।
प्रोन्नति पाकर डीआईजी बनने वाले अधिकारी पुलिस मुख्यालय में कहां बैठेंगे, अभी इसे लेकर सवाल उठने लगे हैं। पहले ही प्रमोशन पाकर आईपीएस बने तीन पीपीएस अधिकारी यशवंत सिंह, अजय सिंह और पंकज को नई तैनाती का इंतजार है। पुलिस मुख्यालय को भवन की कमी के चलते नई जगह स्थानांतरित किए जाने का प्रस्ताव लंबे समय से लंबित है। दो साल पहले गढ़वाल रेंज के डीआईजी आफिस और आवास को मिला कर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बनाने का प्रस्ताव दिया गया था, जिसमें पुलिस मुख्यालय को स्थानांतरित किया जाना था। धन संकट के चलते इस प्लान पर भी काम नहीं हो पाया है।