नई दिल्ली: नीति आयोग विशेष पहल करते हुए विजन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से ‘उद्यम पूंजी संगोष्ठी 2018’ का आयोजन कर रहा है, ताकि फ्रांस और भारत के बीच आर्थिक रिश्तों को प्रगाढ़ किया जा सके। फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुअल मैक्रॉन के दौरे के बाद फ्रांस के 20 सबसे बड़े उद्यम पूंजी और प्राइवेट इक्विटी फंड निवेश अवसरों की तलाश में भारत आ रहे हैं।
तीन दिवसीय ‘उद्यम पूंजी संगोष्ठी 2018’ के दौरान फ्रांस के निवेशक भारत के ऐसे 100 स्टार्ट-अप्स से संवाद करेंगे जो फिलहाल अपने व्यवसाय के आरंभिक से लेकर मध्यम चरण तक में हैं।
नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत के साथ-साथ डीआईपीपी में अपर सचिव श्री अतुल चतुर्वेदी ने इस संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया जिसमें एलेक्जेंडर जीगलर, भारत में फ्रांस के राजदूत और श्री यूवेस जेगो, फ्रांस की संसद के उपाध्यक्ष ने भी शिरकत की।
श्री अमिताभ कांत ने अपने संबोधन में भारतीय स्टार्ट-अप परितंत्र पर फोकस किया और भारत की उद्यमिता क्षमता के साथ-साथ देश के समक्ष मौजूद चुनौतियों को सुलझाने के लिए नवाचार की दिशा में हुई ठोस प्रगति को भी दर्शाया। उन्होंने निवेशकों से अनुरोध किया कि वे केवल एक अरब आबादी को लक्षित करने के लिए नहीं, बल्कि सात अरब लोगों के विशाल वैश्विक बाजार के लिए भारत में संबंधित सोल्यूशंस का निर्माण करने हेतु भारत पर फोकस करें। उन्होंने निवेशकों से भारत में और भी अधिक प्रभावशाली ढंग से अपने कोष का उपयोग करने का अनुरोध किया क्योंकि भारत को युवा आबादी, मांग एवं लोकतंत्र के रूप में ‘3डी बढ़त’ हासिल है।
इस संगोष्ठी में फ्रांस के अनेक निवेशकों ने भाग लिया जिनमें सैफ्रान वेंचर्स, एरेन ग्रुप, लक्जरी टेक, फैशन कैपिटल, एडुक्लेवर, ओलिंप कैपिटल, गैलिलियो पार्टनर्स, क्लारानोवा, टीएनपी इत्यादि शामिल हैं।
चार निवेशक समूहों यथा एरेन ग्रुप, क्लारानोवा, ओलिंप कैपिटल और टीएनपी ने भारत में अपने-अपने कार्यालय खोलने की घोषणा की और इसके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि ऊर्जा, एयरोस्पेस, ब्लॉकचेन और इंटरनेट ऑफ थिंग्स में निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई।
इस संगोष्ठी से फ्रांस के निवेशकों, भारतीय निवेशकों, भारतीय स्टार्ट-अप्स और महत्वपूर्ण सरकारी प्राधिकरणों के बीच आसानी से संवाद सुनिश्चित हो रहे हैं। फ्रांस के निवेशक भारत में निवेश परिदृश्य के साथ-साथ भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक समृद्धता की भी तलाश करेंगे।
‘उद्यम पूंजी संगोष्ठी 2018’ का उद्देश्य स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम को आवश्यक सहायता प्रदान करना है। स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम का शुभारंभ भारत के माननीय प्रधानमंत्री ने किया है। यह तीन दिवसीय संगोष्ठी नीति आयोग द्वारा आयोजित की जा रही है और विजन इंडिया फाउंडेशन इस आयोजन के लिए ज्ञान साझेदार है।
श्री अतुल चतुर्वेदी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए भारत में ‘कारोबार में सुगमता’ बेहतर करने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए अनगिनत कदमों पर प्रकाश डाला।