नई दिल्ली: नीति आयोग में आज सम्बद्ध सरकारी विभागों/मंत्रालयों के सचिवों के बीच नवाचार और उद्यमिता पर उच्चस्तरीय विचार-विमर्श हुआ। नीति आयोग के उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में नवाचार और/उद्यमिता को बढ़ावा देने की पहल पर विचार-विमर्श किया गया। इस बैठक में नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगरिया, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. सारस्वत, नीति आयोग की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती सिंधुश्री खुल्लर और नवाचार/उद्यमिता पर विशेषज्ञ समिति के अन्य सदस्यों ने भाग लिया।वित्त मंत्री के वर्ष 2015-16 के बजट भाषण में नीति आयोग के अंतर्गत अटल नवाचार मिशन (एआईएम) और स्वरोजगार एवं प्रतिभा उपयोग (सेतु) की स्थापना की घोषणा की पृष्ठभूमि में यह बैठक हुई। इस पहल को आगे ले जाने की दृष्टि से नीति आयोग की और से हार्वर्ड विश्वविद्यालय के दक्षिण एशिया संस्थान के निदेशक, प्रोफेसर तरुण खन्ना और जॉर्ज पॉलो लेमान, प्रोफेसर हार्वर्ड बिजनेस स्कूल की अध्यक्षता में 21 अप्रैल 2015 को एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया था। विशेषज्ञ समिति की पहली बैठक एक मई 2015 को हुई थी। इस बैठक में नवाचार/उद्यमिता को बढ़ावा देने की पहल करने वाले चुनिंदा मंत्रालयों, विभागों और अन्य हितधारकों के साथ विचार-विमर्श करने का निर्णय लिया गया।
कल, 18 जून 2015 को नीति आयोग द्वारा नवाचार और उद्यमिता में हितधारकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श की प्रक्रिया की जाएगी।