नई दिल्ली: राजनीतिक छुआछूत के मत को दरकिनार करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज इस बात पर जोर दिया कि भारत की विरासत को विचारधारा के आधार पर नहीं बांटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि विगत के सभी राजनीतिक नेता हमारे आदर के पात्र हैं क्योंकि उन्होंने हमारे देश को बेहतर बनाने के लिए कार्य किया है। प्रधानमंत्री जम्मू विश्वविद्यालय में स्वर्गीय श्री गिरधारी लाल डोगरा की जन्मशती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
स्वर्गीय श्री गिरधारी लाल डोगरा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वे देशप्रेम से प्रेरित होकर सार्वजनिक जीवन में आए हैं। उन्होंने इस तथ्य के बारे में बताया कि श्री डोगरा ने 26 बजट पेश किए थे। जो राजनीति में उनकी स्वीकार्यता और हाथ में लिए गए कार्य के प्रति उनके समर्पण और निपुणता का सूचक है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय श्री गिरधारी लाल डोगरा ने अनेक राजनीतिक नेता तैयार किये हैं।
उन्होंने इस कार्यक्रम से पूर्व स्वर्गीय श्री गिरधारी लाल डोगरा के बारे में आयोजित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। जिसका जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में दर्शाए गए किसी भी फोटोग्राफ में उनका परिवार दिखाई नहीं दिया। आज के सार्वजनिक जीवन में नेताओं के लिए यह एक संदेश है। प्रधानमंत्री ने ईद के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल श्री एन. एन. वोहरा, मुख्यमंत्री श्री मुफ्ती मोहम्मद सईद, केन्द्रीय मंत्री श्री अरूण जेटली, डॉ. जितेन्द्र सिंह, वरिष्ठ नेता श्री गुलाम नबी आजाद और डॉ. कर्ण सिंह भी मौजूद थे।