देहरादून: निकाय चुनाव के लिए मतदान केंद्रों का निर्धारण हो गया है। पहली बार प्रदेशभर में 156 केंद्रों पर चार-चार मतदेय स्थल बनाए गए हैं। इसमें सबसे ज्यादा संख्या देहरादून में है। यहां मतदान के दिन सीडीएस की परीक्षा पड़ने से मतदान को शांति पूर्वक संपन्न कराने की चुनौती बनी हुर्ई है।
राज्य निर्वाचन आयोग और पुलिस मुख्यालय ने 13 जिलों में 1258 मतदान केंद्रों में 2666 मतदेय स्थलों का निर्धारण कर लिया है। इनमें संवेदनशील और अति संवेदनशील जिलों, तहसीलों, वार्ड और चुनाव लड़ रहे पार्टी प्रत्याशियों की हिस्ट्री के अनुसार घोषित किए गए हैं।
इससे अलग निर्वाचन विभाग ने किस केंद्र में कितने मतदेय स्थल बनाए गए, इसकी सूची भी जारी कर दी है। सूची के अनुसार एक बूथ वाले केंद्रों की संख्या 417, दो बूथ वालों की 472, तीन बूथ वालों की संख्या 213 है। चार से ज्यादा बूथ की संख्या 156 है।
यहां मतदेय स्थलों पर पुलिस फोर्स, चुनाव कर्मचारी तैनात करने से लेकर व्यवस्थाएं बनाएं रखने की चुनौती है। एक ही परिसर में मतदाताओं को रिझाने में राजनीतिक पार्टियों के एजेंटों से लेकर नेताओं की भीड़ को काबू करना कठिन काम है। खासकर नगर निगम देहरादून के कई बूथ ऐसे हैं, जहां मतदान के दौरान आसपास के परिसरों में सीडीएस परीक्षा संपन्न होगी। ऐसे में परीक्षा देने वालों की भीड़ और मतदाताओं की भीड़ पर नजर रखने की चुनौती भी रहेगी।
दोगुनी होगी सुरक्षा व्यवस्था
अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार के अनुसार चार बूथ वाले केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था दोगुनी रहेगी। यहां सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेट भी तैनात रहेंगे। किसी तरह के विवाद या झगड़े की स्थिति पर अतिरिक्त पीएसी भेजी जाएगी। खासकर संवदेनशीलता को देखते हुए पल-पल की रिपोर्ट ली जाएगी।
46 अंतरराज्यीय बैरियर पर चेकिंग
निकाय चुनाव के लिए 46 अंतरराष्ट्रीय बैरियर बनाए गए हैं। इन बैरियर पर विशेष चेकिंग दस्ता तैनात रहेगा। जो सुबह से लेकर देर रात तक आने-जाने वाले वाहनों की चेकिंग करेगा। 15 नवंबर के बाद चेकिंग की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा 164 सामान्य बैरियर भी निकाय क्षेत्र में बनाए गए हैं। अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, चंपावत में ज्यादा नजर रखी जाएगी। हरिद्वार और हिमाचल को जोडऩे वाले देहरादून जिले को भी अलर्ट पर रखा गया है। [जेएनएन]