नई दिल्ली: फरीदाबाद में आज हुई एक जर्नलिस्ट की मौत ने मीडिया के मुंह पर एक बार फिर से तमाचा जड़ दिया है। पूजा तिवारी काफी दिनों से स्टिंग ऑपरेशन की एक न्यूज को लेकर चर्चा में थी। आज सुबह आई उसकी मौत की खबर ने सनसनी मचा दी है। अब तक ये समझ नहीं आ रहा है कि पूजा ने आत्महत्या की है या उसे मारा गया है।
पूजा के घर वाले और रिश्तेदार बताते हैं कि वो बहुत ही बोल्ड और हिम्मतवाली लड़की थी, वो ऐसी हरकत नहीं कर सकती है। पूजा बीते कुछ दिनों से परेशान चल रही थी, उसने अपने साथी पत्रकारों से मदद भी मांगी थी, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। कहा जा रहा है कि कल रात उसने पांचवीं मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी।
पूजा ने भ्रूण हत्या करने वाले कुछ डाक्टरों का स्टिंग किया था लेकिन डॉक्टर ने पूजा तिवारी पर 2 लाख रुपये मांगने और ब्लैकमेलिंग करने का आरोप लगाया। इसके बाद पुलिस भी उसे परेशान करने लगी।
जर्नलिस्ट पूजा तिवारी मामले की पूरी कहानी
पूजा तिवारी Zee Digital Convergence Limited में काम करती थीं। उन्होंने मौत से पहले अपना एक ईमेल सार्वजनिक किया था। जिसमें उसने लिखा था, मैं पूजा तिवारी, फरीदाबाद की रिपोर्टर हूं। सितंबर 21, 2015 को मैंने बतौर रिपोर्टर ,IaminDNA ज्वाइन किया था और फरीदाबाद शहर में कई एक्सक्लूसिव और खोजी खबरों पर काम भी किया है।
हाल ही में मैंने एक विश्वसनीय सूत्र की सूचना पर मार्च 9, 2016 की शाम को एक झोलाछाप डॉक्टर- डॉ. धवल सिंह पर स्टिंग किया था। मुझे यह भी बताया गया था की यह डॉक्टर महिलाओं को MTP (Medical Termination of Pregnancy) KIT देता हैं और MTP भी करवाता हैं। इन सब सूचनाओं के आधार पर मैंने अपने संस्थान में चर्चा की जिसके चलते मुझे स्टिंग करने की अनुमति मिली।
चूंकि मैं एक लड़की हूं तो इस स्टिंग के लिए मैंने अपने एक पुरुष मित्र का सहयोग लिया। जिनका नाम अनुज मिश्रा हैं। यह स्टिंग हम लोगों ने दयाल नगर, ग्रीन फील्ड कॉलोनी में किया था। मैं वहा बतौर मरीज बनकर वहां गई और TP संबंधित जानकारी हासिल की। अनुज मेरे पति बने थे।
अनुज मिश्रा ने डॉक्टर धवल सिंह को अपने विश्वास में लेकर कहा की मेरी पत्नी प्रेग्नेंट है और इनका MTP कराना है। इस बात पर डॉक्टर ने कहा मैं सब करवा दूंगा मेरे शहर की जानी मानी gynaecologist डॉक्टर अर्चना गोयल से अच्छे संपर्क हैं। मेरे एक फोन करने पर वो सब कुछ कर देंगी। उनका PRO मेरा मित्र है और MTP से लेकर वो सारे सर्जिकल भी कर देंगी। मैं उनको पर्सनली भी फोन कर दूंगा।
डॉक्टर अर्चना गोयल का विजिटिंग कार्ड भी उसने हमें दिखाया। जिसकी हमने फोटो भी ली थी। इसके बाद उसने शहर के जाने माने ट्यूबरक्लोसिस के डॉक्टर रमन कक्कर का नाम भी लिया और साथ ही खुद को बीके हॉस्पिटल का डॉक्टर भी बताया। फिर हम लोग वहां से चले आये।
ये सब कुछ मैंने अपने बॉस को बताया और उन्होंने कहा था की डॉक्टर अर्चना गोयल का भी वर्जन लो। 12 मार्च, 2016 को अनुज ने डॉक्टर अर्चना गोयल को फोन किया। क्योंकि ये स्टिंग डॉक्टर धवल सिंह पर था जिसने डॉक्टर अर्चना का नाम लिया था तो फोन पर डॉक्टर अर्चना को सब कुछ बताना ठीक नहीं था।
एक नार्मल कोर्स में फोन किया गया था जिसमे अनुज ने डॉक्टर अर्चना को साफ कहा की हमारी एक टीम ने एक झोलाछाप डॉक्टर पर स्टिंग किया है और वो आपका नाम MTP के संदर्भ में ले रहा है। आप जानी मानी डॉक्टर हैं तो आपसे मिलना है क्योंकि आपका पक्ष भी जानना है और टीम को न्यूज चलानी है और इस पर आगे कार्रवाई भी करनी है।
डॉक्टर अर्चना ने अनुज को कहा शाम तक आपको बताती हूं। शाम को अनुज के पास डॉक्टर अर्चना का फोन आया और अनुज ने नहीं उठाया। क्योंकि वो उस समय कहीं व्यस्त थे। अनुज ने मुझे मैसेज किया और कहा कि डॉक्टर अर्चना से बात कर लो वो मुझे फोन कर रही हैं। आप उनसे टाइम ले लो और अपनी न्यूज बनाओ।
मैंने डॉक्टर अर्चना को फोन किया और बताया की मैं Iamin DNA से हूं और मैंने एक स्टिंग किया हैं। तब डॉक्टर अर्चना ने 14 मार्च, 2016 सोमवार को 1 बजे मिलने का समय दिया। सोमवार को 1 बजे हम डॉक्टर अर्चना गोयल से उनके प्राइवेट क्लिनिक गोयल नर्सिंग होम में जाकर मिले। उन्होंने खुद न बात करते हुए हमे डॉ. अनिल गोयल उनके पति से मिलवाया और बात करने को कहा और वे खुद वह से उठकर चली गयी।
अनुज ने कहा कि हमारे पास जानकारियां हैं कि आप गर्भपात करती हैं। आरोप है कि दोनों ने चिकित्सक दंपती को साख खराब करने की धमकी देकर 2 लाख रुपए की मांग की। जब डॉक्टर ने उन्हें नर्सिंग होम से जाने को कहा तो इन्होंने षड्यंत्र के तहत एक अप्रैल को एक पोर्टल पर आर्टिकल लिख डाला। इसके बाद इसे सोशल साइट व्हाट्सएप और फेसबुक पर भी वायरल कर दिया। सीपी के आदेश पर सेंट्रल थाना पुलिस ने अनुज मिश्रा और पूजा तिवारी के खिलाफ भादंसं की धारा 384, 420 और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।