डबलिन: पोप फ्रांसिस ने शनिवार को आयरलैंड की अपनी यात्रा की शुरुआत के साथ कहा कि वह बच्चों से बलात्कार और उनका यौन उत्पीड़न करने वाले पादरियों को दंडित कर पाने में चर्च अधिकारियों के विफल रहने तथा उनके कृत्यों को छिपाए जाने से उत्पन्न कैथलिक समुदाय की नाराजगी से इत्तेफाक रखते हैं. पोप ने डबलिन कैसल में सरकार और अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि यौन अपराधों से निपटने के लिए बिशपों, धार्मिक नेताओं, पादरियों और अन्य की विफलता ने लोगों के गुस्से को बढ़ाने का काम किया है और यह कैथलिक समुदाय के लिए दुखद तथा शर्मनाक है.
चर्च को इस ‘‘बुराई’’ से निकालने के लिए प्रतिबद्ध- पोप
उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुद इन भावनाओं से इत्तेफाक रखता हूं.’’ फ्रांसिस ने कहा कि वह चर्च को इस ‘‘बुराई’’ से निकालने के लिए प्रतिबद्ध हैं. वेटिकन ने कहा कि डबलिन की अपनी 36 घंटे की यात्रा के दौरान पोप का पीड़ितों से मिलने का कार्यक्रम है. विश्व में पादरियों द्वारा किए जाने वाले यौन शोषण के मामलों में आयरलैंड का रिकॉर्ड अत्यंत खराब है. यहां पिछले एक दशक में सरकार की जांचों में यौन शोषण के अनेक मामले सामने आए हैं. विभिन्न जांचों में पाया गया कि पादरियों द्वारा हजारों बच्चों का बलात्कार और यौन शोषण किया गया तथा चर्च संचालित स्कूलों में बच्चे शारीरिक तौर पर प्रताड़ित किए गए और वहीं बिशपों ने इन अपराधों पर पर्दा डाला.
(इनपुट भाषा से)