डाक सेवाओं में वक़्त के साथ तमाम बदलाव हुए हैं। डाक विभाग अब सिर्फ पत्र, पार्सल और मनीऑर्डर तक सीमित नहीं रहा, बल्कि एक ही छत के नीचे तमाम सेवाओं की उपलब्धता के साथ-साथ वित्तीय समावेशन और डिजिटल इंडिया में भी अहम भूमिका निभा रहा है। उक्त उद्गार वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने विश्व डाक दिवस पर आयोजित जागरूकता रैली में व्यक्त किए। उन्होंने कैंटोनमेंट स्थित मल्टीपरपज ग्राउंड में 4 दिनों तक चली रीजनल स्तरीय डाक मैत्री क्रिकेट प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित भी किया। इसमें फाइनल मैच में कैप्टन रमेश यादव के नेतृत्व में वाराणसी पूर्वी मंडल की टीम ने 99 रन बनाकर कैप्टन श्रीकांत पाल के नेतृत्व में खेली क्षेत्रीय कार्यालय की टीम (85 रन) पर विजय प्राप्त की। मैन ऑफ दि सीरिज अजय यादव और मैन ऑफ दि मैच का खिताब रोहित वर्मा को मिला।
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि खेलों की तरह विभागीय लक्ष्य प्राप्ति के लिए भी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा जरूरी है। 1 अक्टूबर, 1854 को स्थापित भारतीय डाक विभाग 168 वर्षों के अपने सफर में तमाम ऐतिहासिक और सामाजिक-आर्थिक घटनाक्रम का साक्षी रहा है। बचत, बीमा, आधार, पासपोर्ट, पैन कार्ड, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, रेलवे टिकट, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, ई-श्रम पंजीकरण, मोबाइल रिचार्ज, गंगाजल, विभिन्न मंदिरों के प्रसाद जैसी तमाम सुविधाएं डाकघरों में उपलब्ध हैं। इसके अलावा काॅमन सर्विस सेंटर के माध्यम से एक साथ केंद्र व राज्य सरकारों की 73 सेवाएँ डाकघरों में मिल रही हैं।
प्रवर डाक अधीक्षक श्री राजन राव ने बताया कि राष्ट्रीय डाक सप्ताह के क्रम में 10 अक्टूबर को डाकघरों में ‘वित्तीय सशक्तिकरण दिवस’ के रूप में मनाया जायेगा। वाराणसी प्रधान डाकघर में दोपहर 12 बजे इस अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा।
इस अवसर पर डाक अधीक्षक पीसी तिवारी, सहायक निदेशक ब्रजेश शर्मा,सहायक अधीक्षक आरके चौहान, अजय कुमार, निरीक्षक एपी गोस्वामी, इंद्रजीत पाल, राजेंद्र यादव, श्रीप्रकाश गुप्ता सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।