आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में, पावरग्रिड एक राष्ट्र-एक ग्रिड-एक फ्रीक्वेंसी की पूर्णता की ऐतिहासिक उपलब्धि का समारोह मना रहा है।
पावरग्रिड ने कई कार्यक्रमों का आयोजन करने के द्वारा 31 दिसंबर, 2021 को इस ऐतिहासिक अवसर की वर्षगांठ मनाई। इस दिन को चिन्हित करने के लिए क्षेत्रीय मुख्यालयों के साथ देश भर के 70 उप-केंद्रों पर तिरंगे की रोशनी लहराई गई। समारोहों के हिस्से के रूप में, लोगों ने एक वीडियो फिल्म का आनंद उठाया, जिसमें इस उपलब्धि पर बिजली क्षेत्र से जुड़े विख्यात व्यक्तियों के विचारों को शामिल करते हुए आम आदमी के लिए एक राष्ट्र-एक ग्रिड-एक फ्रीक्वेंसी के लाभों को दर्शाया गया है। इस अवसर पर भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ तथा उसके बाद से देश द्वारा की गई प्रगति को चिन्हित करने के लिए मनाये जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव समारोहों के बारे में लोगों को जागरुक बनाने के लिए एक लोकसंपर्क कार्यकलाप का आयोजन भी किया गया।
देश भर में फैले इन 70 उप-केंद्रों के आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले समुदायों के लिए चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया गया है। इन चिकित्सा शिविरों से स्थानीय लोगों को नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच का लाभ मिला। इसके अतिरिक्त, विभिन्न स्थानों पर रक्तदान शिविरों का भी आयोजन किया गया।
एक राष्ट्र–एक ग्रिड–एक फ्रीक्वेंसी के बारे में –
देश में ग्रिड प्रबंधन क्षेत्रीय अधार पर साठ के दशक में आरंभ हुआ। प्रारंभ में, एक क्षेत्रीय ग्रिड का निर्माण करने के लिए राज्य ग्रिडों को आपस में कनेक्ट किया गया और भारत को पांच क्षेत्रों अर्थात – उत्तरी, पूर्वी, पश्चिमी, उत्तर पूर्वी तथा दक्षिणी क्षेत्रों में सीमांकित किया गया। समय के साथ प्रत्येक ग्रिड को बिजली की अधिक उपलब्धता तथा बिजली के हस्तांतरण की अनुमति देने के लिए एक दूसरे के साथ कनेक्ट किया गया। 765 केवी रायचुर-सोलापुर ट्रांसमिशन लाइन की कमीशनिंग के साथ जब दक्षिणी क्षेत्र को मध्य ग्रिड के साथ जोड़ा गया तो सभी ग्रिड एक साथ आ गए और इस प्रकार ‘एक राष्ट्र-एक ग्रिड-एक फ्रीक्वेंसी‘ अर्जित कर ली गई। श्रीनगर लेह ट्रांसमिशन सिस्टम को नेशनल ग्रिड के साथ कनेक्ट किया गया तथा 2019 में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया गया।