नई दिल्ली: मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर कल 31 अक्तूबर 2018 को नई दिल्ली में विज्ञान भवन के प्रांगण में ‘केवीएस राष्ट्रीय एकता शिविर- एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम 31 अक्तूबर से 2 नवम्बर 2018 तक तीन दिनों के लिए जनता के लिए खुला रहेगा। इसका समय 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक का है।
राष्ट्रीय एकता शिविर का विचार कई तरह से अनोखा है। केवीएस के 25 क्षेत्र, भारत के 25 राज्यों और 25 देशों की सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत करेंगे, जिसमें नृत्य, संगीत, गीत और सामाजिक-आर्थिक प्रगति शामिल है।
इस विशाल मंच के जरिए छात्रों को अपनी रचनात्मकता, मौलिकता, कलात्मक कौशल इत्यादि को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। उन्हें भारत के अन्य राज्यों के साथ दुनिया के विभिन्न देशों की संस्कृति, परम्परा, कला और वास्तुशिल्प को जानने का भी मौका मिलेगा। छात्रों को सूचना प्राप्त करने की प्रक्रिया में तमाम चुनौतियों, भाषायी और भौगोलिक बाधाओं को पार करने का आवसर मिलता है और वे राष्ट्रीय गौरव से ओतप्रोत होकर बेहतर वैश्विक दृष्टिकोण अपनाने में सक्षम होते हैं। संक्षेप में यह कार्यक्रम न सिर्फ मंचीय कलाओं को समेटे है, बल्कि सीखने और ज्ञान हासिल करने के जरिए प्रक्रियाओं की झलक भी इसमें निहित है।
इस वर्ष ‘केवीएस राष्ट्रीय एकता शिविर- एक भारत श्रेष्ठ भारत’ और ‘लिट-फेस्ट’ के दौरान निम्नलिखित स्पर्धाएं होंगी-
‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’
- समूह गान
- समूह नृत्य (राज्य एवं अंतर्राष्ट्रीय)
- थियेटर
- स्पॉट-पेंटिंग
- एकल गान
- एकल क्लासिकल नृत्य
- कलात्मक वस्तुओं की प्रदर्शनी
‘लिट-फेस्ट’
- डिबेट (हिन्दी और अंग्रेजी)
- संस्कृत श्लोक पाठन
- हिन्दी काव्यपाठ
- अंग्रेजी वाक् कुशलता
- रचनात्मक लेखन
- स्पेल-बी
इस वर्ष इस विशाल आयोजन में भाग लेने के लिए 1600 छात्र आ रहे हैं। इस कार्यक्रम की अनोखी बात यह है कि इसमें देश के प्रत्येक भाग से हिस्सा लेने वाले छात्र और विश्व के अन्य देशों से आने वाले छात्र अलग-अलग सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक हैं।
केवीएस राष्ट्रीय सामाजिक विज्ञान प्रदर्शनी-सह-राष्ट्रीय एकता शिविर हर वर्ष स्कूली, सामूहिक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाता है। केवीएस के सभी 25 क्षेत्रों को एक राज्य का आवंटन होता है, जो उनके अपने राज्य और उस देश से भिन्न होता है। छात्र आवंटित राज्य और देश से संबंधित संस्कृति, रिवाज, पोषाक, फसल, अर्थव्यवस्था, जलवायु पर प्रदर्शनी/प्रोजेक्ट तैयार करते हैं। हर साल राज्यों और देशों में बदलाव किया जाता है।