नई दिल्ली: देश भर की राष्ट्रीय आयुष संस्थाओं में शिक्षा, अनुसंधान, अस्पताल सुविधाओं की गुणवत्ता बढ़ाने और इन संस्थाओं को मानक के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से आयुष मंत्रालय के अधीन अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान आयुष राष्ट्रीय संस्थाओं के प्रमुखों के दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। यह आयोजन 17 और 18 जुलाई, 2018 को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में होगा।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर और आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपद यशो नाइक की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी। इस अवसर पर आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा भी उपस्थित रहेंगे।
चर्चा में विभिन्न स्वास्थ्य विश्व विद्यालयों के कुलपतियों, प्रतिष्ठित अनुसंधान संगठनों के निदेशकों और आईआईटी, डीएसटी, डीबीटी, यूजीसी इत्यादि सहित विभिन्न राष्ट्रीय संस्थाओं के वरिष्ठ विशेषज्ञों के भाग लेने की संभावना है। इस अवसर पर सहयोगी उपक्रम शुरू करने के लिये भारतीय खेल प्राधिकरण, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के साथ समझौता-ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की भी योजना बनाई गई है।
दुनिया भर में स्वास्थ्य सुविधाओं के बदलते परिदृश्य के मद्देनजर यह स्पष्ट हो गया है कि नीति, नियमावली, अनुसंधान, विकास, वित्तपोषण, प्रशिक्षण, विशेषज्ञता विकास, गुणवत्ता नियंत्रण और इन औषधि प्रणालियों में सुरक्षा के नियमों को ध्यान में रखते हुए समेकित समीक्षा की आवश्यकता पैदा हो गई है। इन कदमों से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और स्वास्थ्य क्षेत्र के लोगों के कौशल का विकास होगा। इसके नतीजे में सस्ती स्वास्थ्य प्रणाली विकसित हो पाएगी, जो कालांतर में बड़ी आबादी के लिये लाभप्रद होगी।
प्रसिद्ध चिकित्सा वैज्ञानिक एवं शिक्षाशास्त्री पद्मभूषण डॉ. बी एम हेगड़े, नवाचार के क्षेत्र में पूरे विश्व में प्रतिष्ठित विद्वान पद्मश्री डॉ. अनिल गुप्ता और नीति आयोग के सदस्य डॉ. विनोद पॉल, भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय की साइंटिस्ट-एफ डॉ. केतकी बापट, आईसीएमआर के पूर्व महानिदेशक डॉ. वी एम कटोच, सावित्रीबाई फुले, पुणे विश्वविद्यालय के डॉ. भूषण पटवर्धन जैसी हस्तियां इस आयोजन में हिस्सा ले रही हैं।