टोक्यो ओलम्पिक-2020 के लिए भारतीय दल ओलम्पिक में भारत के लिए पहली बार कई सफलताएं दर्ज कराने के बाद वापस लौटा। इस अभूतपूर्व उपलब्धि ने नवीन भारत को नई उम्मीदें दी हैं। लोक सेवा प्रसारक को यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि इसने भारत भर में सुलभ कवरेज के माध्यम से प्रत्येक नागरिक तक इस उम्मीद को पहुंचाने में एक समावेशी भूमिका निभाई है।
जहां हमारे चैम्पियन खिलाड़ियों ने ओलम्पिक की विभिन्न स्पर्धाओं में अपनी छाप छोड़ी, प्रसार भारती ने अपने प्रसारण तथा डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से टीवी, रेडियो तथा स्मार्ट फोन के जरिए ओलम्पिक में दर्ज हमारी सफलताओं का सीधा प्रसारण घर-घर तक पहुंचा दिया।
डी.डी. स्पोर्ट्स तथा आकाशवाणी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर सुलभ यह कवरेज सभी आयु समूहों, जेंडर, वर्ग तथा क्षेत्रों में भारतीयों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ, जो प्रसार भारती के विविध यू-ट्यूब चैनलों तथा न्यूज ऑन एयर एप द्वारा एक साथ मिलकर दर्ज लाखों डिजिटल व्यूअरशिप से स्पष्ट है।
विशाल आंकड़ों पर एक नजर
एक जिम्मेदार लोक सेवा प्रसारक के रूप में प्रसार भारती यह सुनिश्चित करता है कि इसका सुलभ कवरेज न केवल उन लोगों तक इसके कंटेंट को उपलब्ध कराए, जो सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहते है या जिनके पास सीमित साधन है बल्कि यह दिव्यांग नागरिकों के लिए भी सरलता से सके। ओलम्पिक कवरेज के लिए, प्रसार भारती ने 14 संकेत भाषा कलाकारों को नियुक्त किया, जिन्होंने संकेत भाषा में 240 घंटों तक ओलम्पिक का सीधा प्रसारण प्रस्तुत किया। रेडियो के हमारे श्रोताओं के लिए आकाशवाणी के 16 कमेंटेटरों ने ओलम्पिक की विभिन्न स्पर्धाओं में होने वाली प्रत्येक सेंकेड की गतिविधि का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया।
टोक्यो ओलम्पिक-2020 का हमारा डिजिटल कवरेज व्यापक और बहुमुखी था। ओलम्पिक के खेल आयोजनों के सीधा प्रसारण के अतिरिक्त, हमारे कवरेज में उद्घाटन तथा समापन समारोह का सीधा प्रसारण, शीर्ष भारतीय खेल हस्तियों के साथ विशिष्ट वर्चुअल बैठक, भारतीय ओलम्पिक दल के सदस्यों की जीवनी तथा उनकी सफलता गाथाएं, देश भर में उनकी जीत की खुशियों के कार्यक्रमों तथा और बहुत कुछ शामिल था।