मेरी बेटी एकता पाल को एक शातिर बदमाश अपहरण करके बाइक में लेकर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में खूले आम घूम रहा है। उसे गिरफ्तार कराके मेरी बेटी एकता को मुक्त कराने में अपने प्रकाशन के द्वारा सहयोग करने की प्रार्थना।
लखनऊ: मैं प्रदीप कुमार सिंह, बी-901, आशीर्वाद, उद्यान-2, रायबरेली रोड, लखनऊ में अपनी पत्नी श्रीमती उमा सिंह, विवाहित बेटे विश्व पाल, उसकी पत्नी नीतू सिंह तथा बेटी कु. एकता पाल के साथ निवास करता हूं। मैं 65 वर्षीय एक वरिष्ठ पत्रकार तथा लेखक के रूप में विगत 38 वर्षों से सिटी मोन्टेसरी स्कूल, हेड आफिस, 12 स्टेशन रोड, लखनऊ में रात्रि शिफ्ट में कार्यरत हूं। बेटा स्कूटर इंडिया में नौकरी करता है। पत्नी श्रीमती उमा सिंह, बहू श्रीमती नीतू सिंह तथा बेटी कु. एकता पाल घर में ही रहती हैं।
मेरी पुत्री कु. एकता पाल, आयु लगभग 35 वर्ष शुक्रवार, 3 जनवरी, 2020 को सायं 4 बजे के बीच किसी शातिर बदमाश के बहकावे में आकर बिना घर में किसी को बताये चली गई थी। हमने अपने स्तर से रिश्तेदारों तथा मित्रों से उसके जाने के बाद सभी जगह पूरी रात उसकी तलाश करने की पूरी कोशिश की लेकिन 7 जनवरी 2020 की अपरान्हः 1 बजे तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है। कल 6 जनवरी 2020 को प्रातः 10 बजे उसका फोन आया था कि वह ठीक-ठाक है और उसने एक सरकारी नौकरी करने वाले लड़के से शादी कर ली है। वह 3-4 दिनों के बाद घर आकर मिलेगी। उस बदमाश ने जानबूझ कर बंथरा, कानपुर रोड में लाइफ लाइन हास्पिटल के सामने बैठे एक सब्जी वाले के मोबाइल से यह सूचना मेरी बेटी के द्वारा मेरे घर के लोगों को गुमराह करने के लिए दी थी।
मेरी पुत्री कु. एकता पाल ने घर छोड़कर जाने के पूर्व हमारे लिए अपनी हैण्ड राइटिंग में जो पत्र लिखकर छोड़ा था उस पत्र में उसने किसी लड़के से शादी करने तथा उसके साथ जाने की बात लिखी है। जाते समय वह अपने साथ दो-तीन जोड़ी कपड़े पोलीथीन के बैग में रखकर ले गयी है। मेरी बेटी का जन्म 7 महीने में ही हो गया था। वह शरीर तथा दिमाग से सामान्य बच्चों की तरह नहीं है। मेरी पुत्री एकता बहुत ही भोली-भाली है।
जैसा कि मेरी बेटी ने पत्र में लिखा है कि वह लड़का सरकारी नौकरी में है तो अगर मेरी बेटी एकता हमें सरकारी नौकरी कर रहे लड़के के बारे में बताती तो हम सहर्ष उसकी शादी उसके साथ कर देते। उस बदमाश लड़के ने झूठ बोलकर उसे अपने जाल में फंसाकर जानबूझ कर उसने माता-पिता को बताने से मना किया है। ताकि उसकी सच्चाई हमारे सामने न आ जाये। हमें पूरी आशंका है कि वह बदमाश लड़का तथा उसके साथी मेरे बेटी के साथ सामूहिक शारीरिक शोषण करने के बाद उसकी हत्या भी करके लाश को कहीं फेक सकते हैं। हमारा परिवार विगत 20 मार्च 2018 में बड़ी बेटी शान्ति पाल के केन्सर से मृत्यु हो जाने के कारण दुखी चल रहा है। उसके बाद दूसरी बेटी एकता के साथ ऐसी दुखदायी घटना से अत्यधिक दुखी हो गया है। 3 जनवरी से हम बिना सोए तथा खाये इधर-उधर बेटी को बचाने के लिए हाथ पैर मार रहे हैं।
मैं एक मीडिया परिवार का एक वरिष्ठ पत्रकार तथा लेखक हूं। मेरी सभी मीडिया परिजनों से प्रार्थना है कि वह मेरी बेटी के साथ कोई बड़ी घटना होने के पूर्व उसकी तलाश में अपने प्रकाशन के द्वारा सहयोग करने की कृपा करें। इस हेतु हमारा परिवार मीडिया बन्धुओं का सदैव ऋणी रहेगा।
प्रदीप कुमार सिंह
वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक
बी-901, आशीर्वाद, उद्यान-2,
रायबरेली रोड, लखनऊ-226025
मोबाइल /वाट्सअप 98394 23719