देहरादून: पब्लिक रिलेशन कांउसिल ऑफ इण्डिया (पीआरसीआई) देहरादून चैप्टर ने शनिवार को दून यूनिवर्सिटी के फैक्लटी लॉज में मदर्स डे पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसकी अध्यक्षता पीआरसीआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष राजेश कुमार ने की।
पीआरसीआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि पीआरसीआई देहरादून चैप्टर का गठन अभी 27 अप्रैल को ही हुआ है और गठन के बाद यह पीआरसीआई देहरादून चैप्टर का पहला कार्यक्रम है यह हमारा सौभाग्य है कि पहला ही कार्यक्रम मदर्स डे के रूप में हो रहा है। उन्होंने कहा कि मां के प्यार का कर्ज चुकाया नहीं जा सकता. मां के प्यार, त्याग और तपस्या के बदले हम चाहे कुछ भी कर लें वो कम ही होगा. हमें इस दुनिया में लाने वाली और इंसान बनाने वाली उस मां के प्रति सम्मान और प्यार जताने के लिए वैसे तो किसी विशेष दिन की जरूरत नहीं, लेकिन मदर्स डे हमें अपनी भावनाओं को जाहिर करने का एक बहाना जरूर देता है. यही वजह है कि हर साल मई के दूसरे रविवार को दुनिया भर में मदर्स डे मनाया जाता है. इस बार मदर्स डे 12 मई को मनाया जा रहा है।
पीआरसीआई देहरादून चैप्टर के उपाध्यक्ष शिशिर प्रशांत ने मदर्स डे पर मां को याद करते हुए अपनी लिखी एक कविता पढ़ी जिसका शिषर्क मेरी मां कितनी सुंदर कितनी कितनी प्यारी भोली भाली मेरी मां था। उनकी इस कविता को सुनकर कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग भावुक हुए साथ ही उनकी इस कतिवा का काफी सराहा गया।
पीआरसीआई देहरादून चैप्टर के जोनल प्रतिनिधि करूणाकर झा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मदर्स डे सर्वप्रथम अमेरिका प्रोक्लॉमेशन जुलिया वॉर्ड होवे द्वारा मनाया गया था। होवे द्वारा 1870 में रचित “मदर डे प्रोक्लामेशन“ में अमेरिकन सिविल वॉर में हुई, मारकाट संबंधी शांतिवादी प्रतिक्रिया लिखी गई थी। यह प्रोक्लामेशन होवे का नारीवादी विश्वास था जिसके अनुसार महिलाओं या माताओं को राजनीतिक स्तर पर अपने समाज को आकार देने का संपूर्ण दायित्व मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि मां को सम्मान देने वाले इस दिन को कई देशों में अलग-अलग तारीख पर सेलिब्रेट किया जाता है। लेकिन भारत समेत ज्यादातर देशों में मई के दूसरे रविवार को ही मदर्स डे के रूप में मनाया जाता है। मदर्स डे के दिन लोग कई तरह से मां के प्रति अपनी भावनाओं को जाहिर करते हैं।
कार्यक्रम के दौरान पीआरसीआई देहरादून चैप्टर द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के एजेंडे पर गहनता से चर्चा की गयी।
कार्यक्रम के दौरान पीआरसीआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष राजेश कुमार, उपाध्यक्ष शिशिर प्रशांत, जोनल प्रतिनिधि डॉ0 करूणाकर झा, सचिव विकास कुमार, कोषाध्यक्ष हेम प्रकाश, पीआरसीआई सदस्य पियाशी शिवानी, निपुर आर्य, श्रुति कोल, निकिता मनिक, स्वेता बर्थवाल, मुस्कान बड़कोटि, शिवानी रावत मौजूद रहे।