नई दिल्लीः राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ दुरुपयोग एवं अवैध व्यापार दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में शराब और मादक द्रव्यों (ड्रग्स) की रोकथाम के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाएं देने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए।
इस अवसर पर अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि पुरस्कार प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को इसी स्थिति से संतुष्ट नहीं रहना चाहिए बल्कि इन दो गंभीर खतरों के उन्मूलन की दिशा में प्रयास जारी रखने चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि यह दो बुराइयां न सिर्फ हमारे देश में बल्कि सारी दुनिया में तबाही का कारण बनी हुई है। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि अनेक अध्ययनों से यह बात सामने आई है कि आतंकवाद, तस्करी और मादक गतिविधियां एक-दूसरे से संबंधित है जब तक इन संबंधों को तोड़ा नहीं जाता इन तीनों से निपटना बहुत मुश्किल होगा।
केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावर चंद गहलोत ने कहा कि हमें मादक पदार्थों के पीड़ितों को मुख्य धारा में लाने और उनकी जीवन को सफल बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय देश में इन पदार्थों की मांग में कमी लाने की रणनीति को कार्यान्वित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके मद्देनज़र उनका मंत्रालय 1985-86 से शराब और मादक पदार्थ (ड्रग्स) दुरुप्रयोग की रोकथाम की योजना संचालित कर रहा है। इस योजना के अंतर्गत ऐसे गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) आदि को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है जो इनकी मांग को कम करने से जुड़ी गतिविधियों में शामिल है। उन्होंने कहा कि शराब और मादक पदार्थों के सेवन से जुड़े व्यक्तियों, उनके परिवारों और समुदाय की सहायता के लिए एक राष्ट्रीय टोल फ्री हेल्पलाइन (1XXX-XX-0031) की शुरूआत की जा चुकी है।
इस अवसर पर अन्य गणमान्य व्यक्तियों में सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्ण पाल गुर्जर और श्री विजय सांपला भी उपस्थित थे।