नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने कर्नाटक संगीतज्ञ डॉ. एम बालमुरलीकृष्ण के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
राष्ट्रपति ने उनकी पत्नी श्रीमती अन्नपूर्णा को भेजे शोक संदेश में कहा, “मुझे कर्नाटक संगीत के वरिष्ठ सदस्य डॉ. एम बालमुरलीकृष्ण के निधन के बारे में जानकर अति दुख पहुंचा है।
बचपन से ही विलक्षण प्रतिभा के धनी रहे डॉ. बालमुरलीकृष्ण ने तेलुगु, संस्कृत, कन्नड और तमिल जैसी विभिन्न भाषाओं में खूबसूरत रचनाओं के जरिए लगभग सात दशकों तक देश और विदेश के संगीत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध किया। वे अपनी प्रयोग करने की आदत और रचनात्मकता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कर्नाटक संगीत की समृद्ध पारम्परिकता से छेड़छाड़ किए बिना ताल प्रणाली और कर्नाटक संगीत प्रणाली में परिवर्तन किया। वे संगीत चिकित्सा के क्षेत्र में व्यापक अनुसंधान करने में भी शामिल थे।
उन्हें पद्मश्री, पद्मभूषण और पद्मविभूषण सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। उनके निधन से राष्ट्र ने एक ऐसा प्रतिभाशाली व्यक्तित्व खो दिया है, जिनकी भारतीय संगीत की दुनिया में अमिट छाप है।
मैं आपके और आपके परिवार के सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करता हूं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह आपको और आपके परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति और साहस दें। ”
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