नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद गुरू नानक देव जी की 550वीं जयंती समारोह के समापन के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में भाई वीर सिंह साहित्य सदन द्वारा आयोजित गुरबानी गायन में शामिल हुए।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि गुरु नानक देव जी हमारे दिलों में रहते हैं। वे हमारी साझी विरासत हैं। वे एक महान आत्मा हैं जो हमें संपूर्ण मानवता के कल्याण का मार्ग दिखा रही है। उन्होंने सत्य, करुणा, दया, मानवता और प्रेम के आधार पर एक ऐसे समाज के निर्माण की कोशिश की जिसमें सभी समान हों।
राष्ट्रपति ने कहा कि सिख समुदाय का पूरा इतिहास वीरता और बलिदान की अनूठी कहानी है। सिख धर्म भारत की मिट्टी और संस्कृति का एक उत्पाद है। गुरबानी भारत की अंतरात्मा का एक अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने कामना करते हुए कहा कि गुरुओं की अमर वाणी हम सभी का मार्गदर्शन करती रहे।