नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में जाम्बिया गणराज्य के राष्ट्रपति श्री एडगर चाग्वा लुंगु की अगवानी की। राष्ट्रपति ने उनके सम्मान में एक भोज का आयोजन भी किया।
भारत की पहली राजकीय यात्रा पर आए जाम्बिया के राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि विकास सहयोग भारत-जाम्बिया की साझेदारी का महत्वपूर्ण स्तंभ है। भारत दक्षिण-दक्षिण सहयोग ढांचे के तहत जाम्बिया के साथ सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है। हमें जाम्बिया के विकास एवं तरक्की को समर्थन देने के लिए क्षमता निर्माण, कौशल विकास और वित्तीय सहायता प्रदान करने में खुशी होगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और जाम्बिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश गठजोड़ काफी प्रभावी है। लेकिन दोनों देश मिलकर काफी कुछ कर सकते हैं। जाम्बिया में भारत के निवेश ने जाम्बिया की तरक्की एवं विकास में योगदान दिया है। भारतीय कंपनियां जाम्बिया में निवेश करने की इच्छुक हैं। वे खनन, स्वास्थ्य, आधारभूत ढांचे और ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश के नए अवसरों की ओर देख रही हैं।
इसी प्रकार, भोज के दौरान अपने भाषण में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि हमारे लोगों और युवाओं की आकांक्षाएं एक समान हैं। वे नवाचार यानी इनोवेशन, चतुर समाधान, अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी, हरित विकास और कई अन्य क्षेत्रों में दुनिया का नेतृत्व करना चाहते हैं। हमें उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ज्ञान एवं कौशल का आदान-प्रदान करना चाहिए। क्या स्मार्ट जाम्बिया और डिजिटल इंडिया एक-दूसरे के लिए बेहतर साझेदार नहीं हो सकते। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत की टेली-शिक्षा और टेली-मेडिसन में विशेषज्ञता जाम्बिया के युवाओं के लिए नए अवसर पैदा कर सकती है।