नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने आज जलशक्ति मंत्रालय द्वारा विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में स्वच्छ महोत्सव को संबोधित किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने विभिन्न श्रेणियों में स्वच्छ भारत पुरस्कार प्रदान किए। राष्ट्रपति को व्यवहार परिवर्तन संदेश के बारे में स्वच्छ भारत मिशन की पुस्तक की एक प्रति केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने प्रदान की। यह पुस्तक श्री शेखावत ने औपचारिक रूप से जारी की है।
उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह केवल सरकारी अभियान ही नहीं बल्कि हर भारतीय का अभियान बन गया है। सभी ने स्वच्छता को अपनी जिम्मेदारी के रूप में लिया है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित सतत विकास लक्ष्य 2030 तक अर्जित करने हैं लेकिन भारत 11 साल पहले ही इन स्वच्छता लक्ष्यों को अर्जित करने के लिए तैयार है। यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि देश का हर नागरिक इस उपलब्धि के लिए प्रशंसा का पात्र है।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान से हमारे समाज में नई जागरूकता पैदा हुई है। उन्होंने पहले चरण की सफलता को मजबूत बनाते हुए अगले चरण के लक्ष्यों को अर्जित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें पहले चरण के दौरान स्थापित की गई सुविधाओं के रखरखाव पर ध्यान देना होगा। इसके लिए हमें स्वच्छता की संस्कृति को अधिक गहराई से अपनाना होगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि हमें स्वच्छता के व्यापक अर्थ को अपनाते हुए आगे बढ़ना है। उदाहरण के लिए स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना भी स्वच्छता के दायरे में आता है। स्वच्छता भारत सरकार द्वारा इस साल शुरू किए गए जन जीवन मिशन की सफलता की आवयश्यक शर्त है।