नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने गांधीनगर (गुजरात) में नवाचार और उद्यमिता उत्सव का उद्घाटन किया। उन्होंने 10वें द्विवार्षिक नेशनल ग्रासरूट इनोवेशन पुरस्कार भी प्रदान किये। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि हमें महत्वपूर्ण विकास लक्ष्यों को प्राप्त करना है और हमें एक सुरक्षित समावेशी और सुखी समाज का निर्माण करना है। इसलिए हमें स्वास्थ्य, शिक्षा, खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा पहुंच, पर्यावरण संरक्षण और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे विविध क्षेत्रों के बारे में भारत की चिंताओं का समाधान खोजने के लिए नवाचार की शक्ति का उपयोग करना है। यह हमें नवाचारी शक्ति को बढ़ावा देने और एक नवाचार समाज का निर्माण करने के लिए सभी प्रयास करने हैं। इससे हर युवा भारतीय के लिए यह संभावना सुनिश्चित होगी कि उसे अपनी पूरी सामर्थ्य का लाभ उठाने का अवसर उपलब्ध हो।
राष्ट्रपति ने कहा कि एक नवाचार विचार अपने आप में पर्याप्त नहीं है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि रचनात्मक विचार को हकीकत में परिपक्व होने, विस्तार होने और आपूर्ति के लिए आवश्यक समर्थन प्राप्त हो। नवाचार अपने आप में किसी नवाचार को क्रियाशील बनाने के लिए आवश्यक दो प्रमुख चालकों में से एक ही है। दूसरा प्रमुख चालक उद्यमशीलता है, जिसके लिए नवाचार को पूरक बनाने की जरूरत है ताकि उससे हमारे नागरिकों को लाभान्वित किया जा सके। हमें नवाचारों को उद्यमों में परिवर्तित करने के लिए एक पारिस्थिति तंत्र का निर्माण करने की जरूरत है। इसके लिए वित्तीय सहायता, परमर्श और नीति सहायत उपलब्ध करा कर उभरते हुए युवा उद्यमियों के लिए स्टार्ट-अप की सहायता की जरूरत है।