नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी ने नार्वे के संविधान दिवस (17 मई, 2015) के अवसर पर नार्वे के राजा और वहां की जनता को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।नार्वे के राजा महामहिम किंग हेराल्ड पंचम को भेजे अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि भारत सरकार और भारत की जनता की ओर से आपके संविधान दिवस के शुभ अवसर पर आपको और नार्वे की जनता को शुभकामनाएं और बधाई देते हुए मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है।
भारत और नार्वे में मैत्रीपूर्ण और सहयोगी संबंध हैं, जो हाल के वर्षों के दौरान और अधिक मजबूत और महत्वपूर्ण हो गए हैं।
पिछले वर्ष आपके सुंदर देश की राजकीय यात्रा के दौरान मेरा और मेरे शिष्टमंडल को जो भव्य आतिथ्य सत्कार हुआ था मैं उसका गर्मजोशी से स्मरण कर रहा हूँ। उस अवसर पर हमने अपने द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर बातचीत की थी। आपके देश और जनता का सर्वांगीण विकास कईं मायनों में बहुत प्रभावशाली और प्रेरणादायक था।
मैं बहुत प्रसन्न हूँ कि मेरी यात्रा के बाद नार्वे के एक बड़े संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने फरवरी 2015 में भारत का दौरा किया था और उच्च शिक्षा तथा अनुसंधान के क्षेत्र में हमारे द्विपक्षीय सहयोग में बहुत महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। हम भारत में नार्वे के वैश्विक पेंशन निधि निवेश का स्तर बढ़ाये जाने की सराहना करते हैं। इसमें संदेह नहीं कि ऐसे प्रगतिशील कदमों से हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने में योगदान मिलेगा। मुझे विश्वास है कि हमारे सामूहिक प्रयास में वर्तमान सकारात्मक गति के कारण भविष्य में हमारी जनता के आपसी हितों को मज़बूती मिलेगी। कृपया आपके अच्छे स्वास्थ्य, प्रसन्नता और नार्वे की जनता के सतत् विकास और समृद्धि के लिए मेरी शुभकामनाएं स्वीकार करें।