नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद का ताजिकिस्तान की तीन दिन की यात्रा पर आगमन हुआ। इसके बाद उन्होंने दुशांबे में ताजिकिस्तान में भारत के राजदूत श्री सोमनाथ घोष द्वारा आयोजित एक स्वागत कार्यक्रम में भारतीय समुदाय के सदस्यों को संबोधित किया।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि विदेश में रहने वाले भारतीय समुदाय से जुड़ने के लिए भारत सरकार की प्रणाली में अत्यधिक बदलाव हुआ है। पिछले कुछ वर्षों में भारत और विदेश में रहने वाले इसके नागरिकों के बीच भावनात्मक, सांस्कृतिक, आर्थिक और संस्थागत संबंध अधिक मजबूत हुए हैं। दूतावासों को यह निर्देश दिया गया है कि वे सहायता की जरूरत होने पर भारतीय समुदाय के लोगों की शीघ्र मदद करें।
‘ताजिकिस्तान में भारत के मित्रों’ को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने उन्हें आश्वासन दिया कि ताजिकिस्तान के क्षमता निर्माण और विकास में भारत निरंतर अपना सहयोग जारी रखेगा। उन्होंने ताजिकिस्तान के भारत-विशेषज्ञों के कार्यों की सराहना की। उन्होंने याद दिलाया कि शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रख्यात भारत-विशेषज्ञ प्रो. हबीबुल्लो राजाबोव को इस वर्ष पद्मश्री से सम्मानित किया गया है।