नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (11 दिसम्बर, 2015) प्रेसिडेंट्स एस्टेट में अवस्थित डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सर्वोदय विद्यालय स्कूल में ऊर्जा महोत्सव ‘उमंग-2015’ का उद्घाटन
किया। उन्होंने डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सर्वोदय विद्यालय स्कूल को एक सौर ऊर्जा चालित हरित स्कूल घोषित किया। उन्होंने ऊर्जा संबंधी शिक्षा पर एक स्मार्टफोन एप ‘सजग’ को भी लॉन्च किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि ऐसे समय में जब पूरी दुनिया ग्लोबल वॉर्मिंग की समस्या से निपटने में जुटी हुई है, उमंग-2015 की थीम ‘नई जिंदगी की उमंग, स्वच्छ ऊर्जा के संग’ को अत्यंत सामयिक कहा जा सकता है। कॉर्बन के उत्सर्जन में कटौती करने और टिकाऊ या सतत रहन-सहन की दिशा में सही ढंग से आगे बढ़ने के लिए पूरी दुनिया के तमाम नेतागण ‘2015 पेरिस जलवायु सम्मेलन’ में भाग ले रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया की तकरीबन 17 फीसदी आबादी भारत में रहती है, लेकिन इसकी ऊर्जा एवं बिजली खपत कुल वैश्विक खपत का तकरीबन 5 फीसदी ही है। भारत में ऊर्जा एवं बिजली की प्रति व्यक्ति खपत वैश्विक औसत के एक-तिहाई से भी कम है। अगले दो दशकों के दौरान आठ फीसदी से ज्यादा की आर्थिक विकास दर निरंतर हासिल करने के लिए भारत को अपनी प्राथमिक ऊर्जा आपूर्ति में अपनी मौजूदा खपत के मुकाबले तीन से चार गुना और बिजली आपूर्ति में अपनी मौजूदा खपत के मुकाबले कम से कम पांच से सात गुना वृद्धि करने की जरूरत पड़ेगी। अत: एक देश के रूप में हमारी विकास संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए हम पर एक बड़ी जवाबदेही है और इसके साथ ही हमारे सामने बड़ी चुनौती है। अत: ऐसे में यह भी जरूरी है कि हम स्वच्छ ऊर्जा के प्रति निरंतर कटिबद्ध बने रहें।
राष्ट्रपति ने कहा कि वह चाहते हैं कि भविष्य में कई और सरकारी स्कूल ‘सौर ऊर्जा के जरिये हरित’ बन जायें एवं देश के स्वच्छ ऊर्जा आंदोलन में अहम योगदान करें। उन्होंने उम्मीद जताई कि दिल्ली सरकार का शिक्षा विभाग इस दिशा में आगे काम करेगा और दिल्ली को एक ‘स्वच्छ एवं हरित शहर’ में तब्दील कर देगा।