नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति भवन में केंद्रीय विश्वविद्यालयों के उपकुलपतियों के साथ बैठक के दौरान मूल एवं व्यावहारिक विज्ञान के साथ ही मानविकी, कला और सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए विजिटर्स अवॉर्ड प्रदान करेंगे। राष्ट्रपति प्रौद्योगिकी विकास के लिए भी विजिटर्स अवॉर्ड प्रदान करेंगे।
मूल एवं व्यावहारिक विज्ञान में अनुसंधान के लिए संयुक्त रूप से विजिटर्स अवॉर्ड दो विद्वानों को दिया जाएगा। मध्य प्रदेश के सागर में स्थित डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के फार्मास्यूटिकल विज्ञान विभाग के प्रोफेसर संजय के. जैन को फोलिक एसिड संयुग्मित लिपोसोम का उपयोग करके दवा वितरण प्रणाली के विकास में उनके योगदान के लिए अवॉर्ड दिया जाएगा। इससे विषाक्तता, खुराक, परहेज और कैंसर का इलाज खर्च कम करने में मदद मिलेगी। अवॉर्ड के दूसरे विजेता असम में तेजपुर विश्वविद्यालय में आण्विक जीव-विज्ञान और जैव-प्रौद्योगिकी विभाग के प्रोफेसर आशीष कुमार मुखर्जी हैं जिन्हें देश के अलग-अलग हिस्सों से सांप के जहर के घटकों की आणविक जटिलता और विषाक्तता पर उनके अनुसंधान के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।
मानविकी, कला और सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए विजिटर्स अवॉर्ड तेलंगाना में हैदराबाद विश्वविद्यालय के मानविकी स्कूल के अंग्रेजी विभाग में प्रोफेसर प्रमोद के. नायर को वंचितों के लिए कविता, संस्मरणों और कहानियों, भोपाल गैस त्रासदी और अन्य विषयों पर उनके शोध और प्रकाशनों के लिए दिया जाएगा।
प्रौद्योगिकी विकास के लिए विजिटर्स अवॉर्ड जवाहर लाल नेहरु विश्विद्यालय, दिल्ली में स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज के प्रोफेसर अश्विनी पारिक को अगली पीढ़ी के विशेष चावल के विकास के लिए प्रदान किया जाएगा। इसमें कृषि आय बढ़ाने की क्षमता है।
प्रत्येक श्रेणी में विजेताओं का चयन करने के लिए सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए थे। राष्ट्रपति के सचिव श्री संजय कोठारी की अध्यक्षता में एक चयन समिति ने विजेताओं का चयन किया।