नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा तथा अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) डॉ. राममनोहर लोहिया अस्पताल द्वारा 17 मई को मनाए जाने वाले विश्व हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) दिवस पर अपने संदेश में कहा है कि अच्छा स्वास्थ्य मानव का एक गुण है और वह किसी भी संपत्ति से ऊपर है।
बहुत वर्ष पहले भगवान बुद्ध ने कहा था कि शरीर को स्वस्थ रखना एक कर्तव्य है, अन्यथा हम अपना मस्तिष्क मजबूत और स्पष्ट नहीं रख पाएंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि स्वस्थ आबादी देश की प्रगति की निशानी होती है।
उच्च रक्तचाप को हाइपार टेंशन कहा जाता है और इससे लाखों भारतीय प्रभावित हैं। इससे हार्ट अटैक, ह्दय गति रूकने, किडनी खराब हो जाने, पक्षाघात तथा याददाश्त की कमी होती है। अनुमान के अनुसार विश्व में 1.1 मिलियन लोगों की मृत्यु उच्च रक्तचाप के कारण होती है। इसमें से 11 प्रतिशत लोगों की मृत्यु भारत में होती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि विश्व हाइपरटेंशन दिवस, उच्च रक्तचाप की बीमारी रोकने में लोगों की जानकारी बढ़ाने का एक अवसर है। राष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि पीजीआईएमईआर डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल लोगों को इस बीमारी के बारे में शिक्षित कर सकेगा।