देहरादून: प्रदेश के स्वास्थ्य, आयुष, आयुष शिक्षा एवं समाज कल्याण मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
कैबिनेट मंत्री द्वारा विगत 02 सितंबर से प्रदेश के विकासखण्ड स्तर में संचालित विशेषज्ञ चिकित्सा स्क्रीनिंग कैम्पों की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने दूरभाष पर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को कैम्प में पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध कराने, विशेषज्ञ डॉक्टरो एवं पैरामेडिक्सो के रहने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारियो को जगह-जगह फलैक्स बोर्ड के माध्यम से कैम्पों की जानकारी आम जनता को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा बताया गया, कि 02 सितंबर को कुमाऊ मण्डल में तीन टीमों द्वारा 484 तथा गढ़वाल मण्डल में तीन टीमों द्वारा 822 मरीजो का प्रशिक्षण किया गया तथा लगभग 37 मरीजों को उच्च केन्द्रों में इलाज के लिए भेजा गया। मंत्री जी के संज्ञान में लाया गया कि इन कैम्पों में प्रत्येक दिन दूरस्थ लगभग 1000 से 1300 तक के मरीजो का प्रशिक्षण एवं उपचार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने प्रमुख सचिव एवं अपर सचिव स्वास्थ्य को निर्देश दिए ,कि एम.एस.बी.वाई योजना में विशेषज्ञ अस्पताल मैक्स को भी सूचीबद्व किया जाए। उन्होंने द्वितीय चरण में एम.एस.बी.वाई कार्ड बनाने के अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए। योजना की समीक्षा के दौरान अपर सचिव द्वारा अवगत कराया गया, कि 01 अगस्त,2016 से 01 माह तक योजना के दूसरे चरण में एम.एस.बी.वाई के 1493 मरीजो को योजना का लाभ दिया जा चुका है, जिसके लिए विभिन्न अस्पतालों से 01 करोड़ 22 लाख 20 हजार 957 रूपये के दावे प्राप्त हुए है। उन्होंने कहा की एमएसबीवाई योजना में एक अगस्त से ईलाज की धनराशि की वर्तमान सीमा को बढ़ाकर अब 1.75 लाख कर दी गई है, इससे गम्भीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को भी तत्काल विषेशज्ञ अस्पतालों से चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। योजना में फोर्टिस, सी.एम.आई, हिमालयन इंस्टीट्यूट जौलीग्रांट जैसे विशेषज्ञ अस्पताल को भी सूचीबद्व किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक छोटे जनपदों में एक सीएमएस/एमओआईसी को तथा बड़े जनपदों में दो नोडल अधिकारी इस योजना की निगरानी के लिए नियुक्त करने तथा जनता के लिए एक निःशुल्क टोल फ्री नम्बर सृजित करने के पूर्व में निर्देश दिये थे। उन्होंने कहा कि आरएसबीवाई योजना के पात्र तथा ऐसे लोग जो इन्कम टैक्स की परिधि में नहीं आते हैं को इस योजना से शत-प्रतिशत लाभान्वित किया जाए।
उन्होंने प्रमुख सचिव चिकित्सा को आगामी 02 अक्टूबर से निःशुल्क डायग्नोस्टिक परीक्षण शुरू करने के लिए आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए। उनका कहना था, कि सरकार का संकल्प है कि प्रदेशवासियों का निःशुल्क डायग्नोस्टिक परीक्षण एवं मुफ्त दवाई वितरण सुविधा दी जाए, जिसका पहला चरण निःशुल्क डायग्नोस्टिक परीक्षण के रूप मेंं शुरू किया जा रहा है।
उन्होंने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ओम प्रकाश को स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों को देय डी0ए0सी0पी0 वन टाइम रिलैक्शेसन सुविधा देने हेतु प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कोटद्वार तथा काशीपुर में एक-एक कार्डियो यूनिट प्रारम्भ करने तथा एएनएम की नियुक्ति प्रक्रिया भी प्रारम्भ करने के निर्देश दिये।
उन्होंने दूरभाष पर जिलाधिकारी देहरादून, हरिद्वार, चंपावत ऊधमसिंहनगर से शहर में डेंगू की रोक-थाम हेतु जल से संबन्धित सभी विभागों की लगातार बैठक की प्रगति पूछकर तथा इसकी रोक थाम के लिए आवश्यक कार्रवाई के साथ ही समय-समय पर अनुश्रवण करने के निर्देश दिये।
स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिए कि गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय को शीघ्र निर्माण पूरा करे एवं उपकरणों के क्रय की प्रकिया पूर्ण कर ली जाए। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा बी0डी0एस चिकित्सको की भर्ती शीघ्र कर दूरस्थ अस्पतालों में नियुक्ति कर बेहतर स्वास्थ्य सेवा दिलाने के निर्देश दिए तथा डॉक्टरो की नियुक्तियां अधियाचन तैयार कर शीघ्र स्वास्थ्य चयन बोर्ड को प्रेषित कर डॉक्टरों की नियुक्ति शीघ्र करने के आदेश दिए।
बैठक में अपर सचिव स्वास्थ्य/मिशन निदेशक डॉ0 नीरज खैरवाल, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ0 कुसुम नरियाल, संयुक्त सचिव स्वास्थ्य अतर सिहं, निदेशक डॉ आभा ममगाई, निदेशक डॉ एस0सी पंत, विशेष कार्याधिकारी ( स्वास्थ्य ) डॉ अजीत गैरोला सहित संबन्धित विभाग के अधिकारी मौजूद थे।