नई दिल्लीः अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल की कीमतों में इस महीने भारी बढ़ौतरी के कारण 16 अक्तूबर से पैट्रोल तथा डीजल की कीमतों में बड़ी बढ़ौतरी की आशंका है। इस साल 01 सितंबर से अब तक पैट्रोल के दाम लगातार 3 बार बढ़ चुके हैं। इस दौरान 01 सितंबर को डीजल के दाम बढ़ाए गए थे जबकि 16 सितंबर और 01 अक्तूबर को कीमतों में कटौती की गई थी। इसके अलावा 05 अक्तूबर से डीलर कमीशन बढ़ाने से भी पैट्रोल-डीजल की कीमतों में एक और बढ़ौतरी देखी गई।
पैट्रोल डीजल की कीमतों की अंतिम समीक्षा 30 सितंबर को की गई थी जब 01 अक्तूबर से कीमतें तय की गई थीं। उस समय अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 49 डॉलर के आसपास था जो अब तकरीबन 8 प्रतिशत बढ़कर 53 डॉलर के करीब पहुंच चुका है। इस कारण 15 अक्तूबर को होने वाली समीक्षा में कीमतों में बड़ी बढ़ौतरी की आशंका है। इस समीक्षा में तय कीमतें 16 अक्तूबर से प्रभावी होंगी।
पैट्रोलियम निर्यातक देशों के प्रमुख संगठन ओपेक तथा रूस के बीच उत्पादन सीमित करने संबंधी समझौते के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल में यह उछाल देखा गया है। अभी ओपेक का कुल उत्पादन 3.36 करोड़ बैरल प्रतिदिन है जिसे कम कर 3.25 करोड़ से 3.30 करोड़ बैरल के बीच रखने के लिए समझौता किया गया है लेकिन किसी देश को उत्पादन में कितनी कटौती करनी है यह ओपेक की नवंबर में होने वाली बैठक में तय होगा। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अभी पैट्रोल 64.72 रुपए प्रति लीटर है जिसमें डीलर तक यह 27.07 रुपए प्रति लीटर पहुंचता है। इस पर 21.78 रुपए उत्पाद शुल्क, 13.78 रुपए वैट तथा 2.41 रुपए डीलर का कमीशन जोड़कर इसकी खुदरा कीमत 64.72 रुपए प्रति लीटर बनती है। इसी प्रकार डीलर को डीजल की आपूर्ति 25.95 रुपए प्रति लीटर के भाव होती है। इस पर उत्पाद शुल्क 17.33 रुपए, वैट 7.80 रुपए तथा डीलर का कमीशन 1.53 रुपए जोड़कर दिल्ली में इसकी खुदरा कीमत 52.61 रुपए प्रति लीटर हो जाती है।
साभार पंजाब केसरी