लखनऊ: भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि हमारी सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह से समर्पित है। इसके दृष्टिगत जन्म से लेकर जीवन के हर चरण में बेटियों और बहनों की रक्षा, सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए तमाम योजनाएं संचालित की जा रही हैं। सौभाग्य से माता अहिल्याबाई के संकल्प के साथ आज उन्हें भी खुद को जोड़ने का मौका मिला और बाबा विश्वनाथ के दिव्य प्रांगण को भव्य स्वरूप देने के परियोजना का शुभारंभ किया गया। उन्होंने कहा कि आज का दिन महिला सशक्तिकरण के लिए समर्पित है। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर देश की हर बेटी, हर बहन को नमन करते हुए प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आप सभी नए भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। आपकी सक्रिय भागीदारी की नए भारत के नए संस्कार गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी आज जनपद वाराणसी के अपने एकदिवसीय भ्रमण के दौरान बड़ालालपुर स्थित पंडित दीनदयाल हस्तकला संकुल सभागार में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ राष्ट्रीय आजीविका सम्मेलन-2019 को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के साथ पूरे देश से 75 हजार महिलाएं भी जुड़ी हुई हैं। हजारों कामन सर्विस सेंटर पर महिलाएं यह कार्यक्रम देख रही हैं। महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के काशी में आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि काशी अपने आप में महिला सशक्तिकरण का प्रतीक है। यहां माँ गंगा भी हैं और उन्हें धारण करने वाले महादेव भी हैं। यही काशी है जिसने देश को झांसी की रानी दी, जिन्होंने गुलामी की बेड़ी में जकड़े देश को नयी चेतना दी। महारानी अहिल्या बाई होल्कर ने वर्तमान काशी विश्वनाथ को नया स्वरूप दिया। आज मुझे भी काशी के लाखों और देश के करोड़ों लोगों की भावनाओं के साथ खुद को जोड़ने का सौभाग्य मिला। श्री काशी विश्वनाथ के प्रांगण को भव्य स्वरूप देने के कार्य का शुभारंभ हो गया है। हजारों साल के बाद अब यह पावन स्थल भव्यता के रंग में रँग जाएगा।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि उनकी सरकार ने प्रसूता के लिए मदद, मुफ्त टीकाकरण, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’, बलात्कारियों को फांसी की सजा आदि प्रावधान सुनिश्चित किया। ऐसा कानून लाया गया है कि विदेश में शादी करके जाने वाली बेटियों के साथ अब धोखा नहीं हो सकेगा। यदि धोखा हुआ, तो धोखा देने वाले बच नहीं पाएंगे। महिलाएं गांव में हों या शहर में, कारोबार के लिए मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के लिए भी बड़ा फैसला लिया गया है। बड़े देशों में भी ऐसा कानून नहीं है। अब माँ बच्चे के साथ छह माह गुजारेगी, उसे अवकाश मिलेगा। क्रेच की व्यवस्था वर्किंग प्लेस में होगी। उन्होंने कहा कि पति के नाम पर सम्पत्ति होने की परंपरा रही है। पति नहीं रहा तो बेटे का नाम होता रहा। लेकिन मां के नाम पर कुछ नहीं। हमने कानून बनाया कि सरकारी आवास मिलेगा, तो उस पर नाम महिला का होगा। महिलाओं को संयुक्त पट्टे और खनन की भी अनुमति मिलेगी। अब खनन के क्षेत्र में भी महिलाएं आ गयी हैं। भारतीय सैन्य सेवा के कई क्षेत्रों में महिलाओं को स्थायी कमीशन मिलेगा।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा कि ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जिसमें महिलाओं का योगदान न हो। वे स्वावलंबन और सशक्तिकरण के नए भाव में प्रवेश करने जा रही हंै। आज भारत में बेटियां फाइटर जेट उड़ा रही हैं, नाव से विश्व की परिक्रमा कर रही हैं। भोपाल से बिलासपुर की ट्रेन और काशी एयरपोर्ट का संचालन हमारी बहनें कर रही हैं। महिला समूह गांव और भारत के जीवन को आधार दे रहे हैं। महिलाएं अपने काम से देश को भी समृद्धि की ओर ले जा रही हैं। सरकार ने गांव में स्वरोजगार के लिए आजीविका मिशन चलाया है। भारत से गरीबी दूर करने के लिए व्यापक अभियान चल रहा है। सेल्फ हेल्प ग्रुप को आजीविका मिशन के लिए लोन लेना आसान हुआ है। यह अभियान देश के लगभग सवा छह सौ जिलों में फैल चुका है। छह करोड़ बहनंे और छह करोड़ परिवार सेल्फ हेल्प ग्रुपों से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि आने वाले समय में गरीब परिवारों को इससे जोड़ा जाए।
प्रधानमंत्री जी ने अपने गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान की एक घटना की चर्चा करते हुए कहा कि वहां की कुछ बहनों ने मिलने का समय मांगा। वे पंचायत चुनाव में जीती थीं। महिला प्रधान पांचवी तक पढ़ी थी। उससे पूछने पर कि चुनाव जीत कर गांव का क्या करेंगी, उस पाचवीं पास महिला ग्राम प्रधान ने कहा कि हम ऐसा कुछ करना चाहते हैं कि गांव में कोई गरीब न रहे। और उस महिला ग्राम प्रधान की बात को हमने अपना मिशन बना लिया। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उन महिलाओं का संकल्प मेरे लिए प्रेरणा है। वर्ष 2022 में भारत की आजादी के 75 वर्ष होंगे। उत्तर प्रदेश में एक करोड़ गरीब परिवारों को सेल्फ हेल्प ग्रुप से जोड़ा जा रहा है। गरीब, वंचित, शोषित, जनजाति समाज को भी ग्रुप से जोड़ना है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को सोलर लैंप देने की मुहिम शुरु की गयी है। अभी तक 12 लाख सोलर लैंप बच्चों तक पहुंच गए हैं। बच्चों तक लैंप नहीं उज्ज्वल भविष्य की रोशनी जा रही है। लैंप देकर बच्चों को प्रेरणा और ताकत दी गयी है। हमारी सरकार ग्रामीण इलाकों में कौशल विकास पर भी काम कर रही है। 31 लाख से ज्यादा महिलाओं का कौशल विकास किया गया है। 90 हजार बहनों को पशु पालन की नई तकनीक की ट्रेनिंग दी जा रही है। इससे आय में वृद्धि तय है। पशु पालन क्षेत्र में महिलाएं आ रही हैं। पशुपालन में भी किसान क्रेडिट कार्ड मिलेगा। काशी में डेरी उद्योग के लिए अमूल और पराग डेरी लगाई गई है। देश भर में 15 करोड़ मुद्रा लोन में 11 करोड़ लोन महिलाओं को मिला। उत्तर प्रदेश में 80 फीसद लोन महिला को मिला है। रिटेल चेन में महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं को जोड़ा गया है। उन्होंने महिलाओं का आह्वान करते हुए कहा कि नए क्षेत्रों में भी जाना होगा। इसके लिये अभियान चलाना होगा। कूड़ा कचरे से अच्छी चीजें बना सकते हैं। अपने यहां यूरिया की नीम कोटिंग हो रही है। महिलाएं नीम की फली से तेल बनाकर बेचने लगी हैं। मेडिकल हास्पिटैलिटी में भी मरीज को घर का खाना दिया जा रहा है।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि काशी आध्यात्मिक नगरी है। प्रधानमंत्री जी ने काशी को वैश्विक मानचित्र पर स्थान दिलाया है। इस दौरान अनेक राष्ट्राध्यक्षों ने काशी का दौरा किया। काशी ने विकास के नए प्रतिमान बनाए हैं। प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से गंगा जी को अविरलता व निर्मलता मिली है। कुंभ के सफल आयोजन में ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम का बड़ा योगदान था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यहां लगभग 300 वर्षों के बाद बाबा विश्वनाथ के सौन्दर्यीकरण का शुभारंभ हुआ है। 300 वर्षों तक किसी को फुर्सत नहीं थी। आजादी के बाद भी किसी ने सुधि नहीं ली। प्रधानमंत्री जी ने मातृ शक्ति को सम्मान दिया है। उन्होंने उपहारों से मिली धनराशि गुजरात की कन्याओं की शिक्षा के लिए दान कर दी। गुजरात के सरकारी कर्मियों की कन्याओं के लिए स्वयं की सेविंग को दान दिया। प्रधानमंत्री के तौर पर मिले उपहारों की राशि को माँ गंगा की निर्मलता हेतु ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम को दान दिया है। हमें सियोल पीस पुरस्कार प्राप्त करने वाले अपने नेता पर गर्व है। उससे प्राप्त धनराशि को भी उन्होंने माँ गंगा को दान कर दिया। संगम में आस्था की डुबकी लगाने के बाद उन्होंने स्वच्छता कर्मियों का पैर धुलकर उनका भी सम्मान किया। स्वयं की बचत का हिस्सा भी प्रधानमंत्री जी ने उनको दिया।
इससे पूर्व, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत गठित स्वयं सहायता समूह योजना से लाभान्वित महिलाओं जनपद सोनभद्र की सुश्री राजवंती एवं जनपद प्रयागराज की सुश्री फातिमा खातून ने इस योजना से जीवन में आए सुधार एवं अपनी सफलता की कहानी प्रधानमंत्री जी को सुनाई। इसके बाद, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने जनपद वाराणसी की सुश्री नीलम प्रधान, सुश्री सुश्री लाजवंती, जनपद सोनभद्र की सुश्री रिंकी देवी, जनपद मिर्जापुर की सुश्री पानकली, जनपद सोनभद्र की सुश्री रेनू देवी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सम्मानित किया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी ने सुश्री सुषमा सिंह को सोलर चरखा, सुश्री मनीषा देवी को इलेक्ट्रिक चाक तथा सुश्री संतरी देवी को डी-बॉक्स उपलब्ध कराया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने उत्तर प्रदेश के चिन्हित स्वयं सहायता समूह के लिए सुश्री सुमन पाल को 63,18,96,000 रुपये धनराशि का चेक प्रदान किया। स्वयं सहायता समूहांे की महिलाओं द्वारा एकत्र की गयी 21 लाख रुपये की धनराशि का चेक भारत के वीर कोष में दान स्वरूप सुश्री रीना देवी एवं सुश्री लक्ष्मी देवी द्वारा प्रधानमंत्री को भेंट किया गया।