नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि देश के लिए सेवानिवृत्त सैनिकों तथा देश के लिए शहीद होने वालों का सम्मान सर्वोपरि है। सेवानिवृत्त सैनिकों के लिए ‘वन रैंक वन पेंशन’ को लागू करने के अपने वादे को दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने कल इसकी घोषणा कर अपना वायदा पूरा किया है।
उन्होंने कहा कि इसे लागू करने में लगभग आठ हजार करोड़ रूपये से दस हजार करोड़ रूपये तक का खर्च आयेगा जो पहले लगाये गए अनुमानों से कहीं अधिक है। प्रधानमंत्री बदरपुर-फरीदाबाद मेट्रोलाइन के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि लोगों की प्रगति के लिए, लिए गए केंद्र सरकार के फैसलों पर भी राजनीति करना जैसे फैशन बन गया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी को भी देश के जवानों और जनता को बहकाना नहीं चाहिए तथा कोई भी देश‘राजनीति’ से नहीं बल्कि ‘राष्ट्रनीति’ से प्रगति करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सेना का एक बहुत बड़ा हिस्सा हरियाणा से है, इसलिए ‘वन रैंक वन पेंशन’ की घोषणा से हरियाणा की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण सुधार होगा।
उन्होंने जोर देकर कहा कि विकास सभी समस्याओं का एकमात्र समाधान है और केंद्र सरकार देश के विकास के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। उन्होंने जोड़ा कि अभी कुछ समय पहले सारा विश्व आर्थिक मंदी की चपेट में था लेकिन भारत की अर्थव्यवस्था स्थिर रही। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तथा सभी राज्य सरकारों को विकास के लिए कंधा से कंधा मिलाकर काम करना होगा। उन्होंने 2022 तक सभी के लिए घर उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई।