28 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के भोपाल में रेलवे की विभिन्न परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं

देश-विदेश

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के भोपाल में रेलवे की विभिन्न परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने भोपाल में पुनर्विकसित रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश में रेलवे की कई अन्य पहलों को भी राष्ट्र को समर्पित किया जिनमें रेललाइन परिवर्तन और विद्युतीकृत उज्जैन-फतेहाबाद चंद्रावतीगंज बड़ी लाइन खंड, भोपाल-बरखेड़ा खंड में तीसरी रेल लाइन, रेललाइन परिवर्तन और विद्युतीकृत मथेला-निमाड़ खीरी बड़ी लाइन खंड और विद्युतीकृत गुना-ग्वालियर खंड शामिल है। प्रधानमंत्री ने उज्जैन-इंदौर और इंदौर-उज्जैन के बीच दो नई मेमू रेलगाड़ियों को भी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस अवसर पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और केंद्रीय रेल मंत्री भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर एक जन सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भोपाल के इस ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन का सिर्फ कायाकल्प ही नहीं हुआ है, बल्कि गिन्नौरगढ़ की रानी, कमलापति जी का इससे नाम जुड़ने से इसका महत्व और भी बढ़ गया है। गोंडवाना के गौरव से आज भारतीय रेलवे का गौरव भी जुड़ गया है। प्रधानमंत्री ने आधुनिक रेलवे की परियोजनाओं के समर्पण को गौरवशाली इतिहास और समृद्ध आधुनिक भविष्य का संगम बताया। उन्होंने जनजातीय गौरव दिवस की भी लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से मध्य प्रदेश की जनता को लाभ होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत कैसे बदल रहा है, सपने कैसे सच हो सकते हैं, ये देखना हो तो आज इसका एक उत्तम उदाहरण भारतीय रेलवे भी बन रही है। 6-7 साल पहले तक, जिसका भी पाला भारतीय रेलवे से पड़ता था, तो वो भारतीय रेलवे को ही कोसते हुए ज्यादा नजर आता था। प्रधानमंत्री ने कहा, “लोगों ने स्थितियों के बदलने की उम्मीदें तक छोड़ दी थीं। लेकिन जब देश अपने संकल्पों की पूर्ति के लिए ईमानदारी से जुटता है, तब सुधार आता है, परिवर्तन होता है, यह हम पिछले कई वर्षों से लगातार देख रहे हैं।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के रूप में देश का पहला आईएसओ सर्टिफाइड, देश का पहला पीपीपी मॉडल आधारित रेलवे स्टेशन देश को समर्पित किया गया है। उन्होंने कहा कि जो सुविधाएं कभी केवल एयरपोर्ट पर मिला करती थीं, वे सुविधाएं अब रेलवे स्टेशन पर भी उपलब्ध हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का भारत न केवल आधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए रिकॉर्ड निवेश कर रहा है, बल्कि यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि परियोजनाओं में देरी न हो और कोई बाधा न आए। उन्होंने कहा कि हाल ही में शुरू किया गया पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान देश के इस संकल्प को पूरा करने में मदद करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था जब रेल के बुनियादी ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं को भी ड्रॉइंग बोर्ड से जमीन पर उतरने में सालों लग जाते थे। लेकिन आज भारतीय रेलवे नई परियोजनाओं की योजना बनाने में तत्परता दिखा रहा है और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वह उन्हें समय पर पूरा भी करता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय रेल सिर्फ दूरियों को कनेक्ट करने का माध्यम ही नहीं है, बल्कि ये देश की संस्कृति, देश के पर्यटन और तीर्थाटन को कनेक्ट करने का भी अहम माध्यम बन रही है। श्री मोदी ने कहा की आज़ादी के इतने दशकों बाद पहली बार भारतीय रेल के इस सामर्थ्य को इतने बड़े स्तर पर एक्सप्लोर किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले रेलवे को टूरिज्म के लिए अगर उपयोग किया भी गया, तो उसको एक प्रीमियम क्लब तक ही सीमित रखा गया। श्री मोदी ने कहा कि पहली बार आम लोगों को उचित राशि पर पर्यटन और तीर्थाटन का दिव्य अनुभव दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि रामायण सर्किट ट्रेन ऐसा ही एक अभिनव प्रयास है।

उन्होंने बदलाव की चुनौती को स्वीकार करने और उस पर काम करने के लिए रेलवे की सराहना की।

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More