नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कुंभ मेले में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों में से 5 कर्मचारियों के पांव धोकर उनका सम्मान किया और सफाई कर्मचारियों के प्रति आदर का भाव व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत तौर पर उनमें से प्रत्येक के पांवों को धोकर पोछा। उन्होंने मुख्य कार्यक्रम में भाग लेने से पहले उनके साथ संक्षिप्त बातचीत भी की।
यह कार्य ‘स्वच्छ कुंभ, स्वच्छ आभार’ कार्यक्रम का एक हिस्सा था, जिसमें प्रधानमंत्री ने कल प्रयागराज में कुंभ मेले में कार्यरत 10,000 सफाई कर्मचारियों, स्वच्छाग्रहियों, पुलिसकर्मियों और कुंभ मेले के नाविकों के समूह को संबोधित किया। पेजयल एवं स्वच्छता मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किया था।
कुंभ मेले में शौचालयों की स्वच्छता तथा सामान्य स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए तैनात किए गए लगभग 18000 सफाई कर्मचारियों के योगदान को सम्मान देना इस कार्यक्रम का लक्ष्य था। शौचालयों की स्थिति, शौचालयों के इस्तेमाल और स्वच्छता की स्थिति निगरानी और रिपोर्टिंग के लिए कुंभ मेले में 1500 स्वच्छाग्रही भी काम पर लगाये गए थे। कुंभ के स्वच्छता मानदंडों के बारे में चर्चा करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि कुंभ मेला क्षेत्र में 1,00,000 से अधिक सार्वजनिक शौचालय और 20,000 डस्टबीन लगाए गए हैं और इसके साथ ही अन्य स्वच्छता सुविधाएं भी स्थापित की गई हैं।
प्रधानमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि सफाई कर्मचारियों और स्वच्छाग्रहियों के प्रयासों से विश्वभर में भारत के स्वच्छता कार्यक्रमों की सराहना की जा रही है और कुंभ मेले से भारत की विविधताओं के बीच इसकी समृद्ध सांस्कृतिक एकता को दर्शाने के साथ-साथ भविष्य में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों और उत्सवों के लिए स्वच्छता का एक मजबूत संदेश मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि किस प्रकार कुंभ 2019 को एक ‘डिजिटल कुंभ’ के रूप में कार्यान्वित किया गया है, जो आगामी सभी सम्मेलनों के लिए भी एक मानक स्थापित करता है।
सफाई कर्मचारियों और स्वच्छाग्रहियों द्वारा किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्य को सम्मान देने के लिए, प्रधानमंत्री ने ‘स्वच्छ सेवा सम्मान’ नामक एक लाभदायक पैकेज की भी घोषणा की, जिसमें इस वर्ष कुंभ मेले में काम करने वाले सभी पात्र सफाई कर्मचारियों के स्वास्थ्य, शिक्षा और आर्थिक सुरक्षा पर जोर दिया गया है। स्वच्छ कुंभ कोष नामक इस पैकेज की शुरूआत 51 करोड़ रूपये की धनराशि से की गई है। इसे केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम इकाइयों से कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) सहायता के इस्तेमाल से कुंभ मेला प्राधिकरण के तहत स्थापित किया गया है। मुख्य कार्यक्रम से पहले और बाद इस पैकेज को लागू करने के लिए पंजीकरण शिविर स्थापित किए गए हैं। साथ ही, यह घोषणा की गई है कि 15 मार्च, 2019 तक सभी पात्र कर्मचारियों का पंजीकरण पूरा हो जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कुंभ मेले को सभी श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित बनाने में पुलिसकर्मियों, राज्य और केंद्रीय पुलिस बलों और कुंभ में कार्यरत नाविकों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने इस वर्ष कुंभ मेले में अपने असाधारण योगदान के लिए 6 सफाई कर्मचारियों, 6 पुलिसकर्मियों, दो स्वच्छाग्रहियों और दो नाविकों को पुरस्कार प्रदान किए।
प्रधानमंत्री द्वारा लगभग 10,000 कुंभ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते समय मंच पर मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।