प्रधानमंत्री ने कोविड टीकाकरण के लिए राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों की तैयारियों के साथ देश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा करने के लिए आज एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में, कैबिनेट सचिव, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, स्वास्थ्य सचिव और अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री ने विभिन्न मुद्दों को कवर करते हुए कोविड प्रबंधन की स्थिति की विस्तृत और व्यापक समीक्षा की। राष्ट्रीय नियामक द्वारा दो टीकों (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) के लिए आपात उपयोग की अनुमति या त्वरित अनुमोदन प्रदान किया गया है, जो कि रोग से बचाव और प्रतिरोधक क्षमता को मजूबती देगा।
माननीय प्रधानमंत्री को निकट भविष्य में टीकाकरण आरम्भ करने के लिए राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों की सरकारों के साथ मिलकर केंद्र की तैयारी की स्थिति के बारे में भी अवगत कराया गया। टीकाकरण अभियान जनभागीदारी; चुनावों (मतदान केन्द्र रणनीति) और सार्वभौमिक प्रतिरक्षण कार्यक्रम (यूआईपी) के अनुभव के उपयोग; वर्तमान स्वास्थ्य सेवाओं, विशेष रूप से राष्ट्रीय कार्यक्रमों और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के साथ बिना किसी समझौते; वैज्ञानिक और नियामकीय मानदंडों, अन्य एसओपी पर बिना कोई समझौता किए; तथा प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित एक व्यवस्थित और सुचारु कार्यान्वयन के सिद्धांतों पर आधारित है।
कोविड-19 टीकाकरण के अभियान में लगभग 3 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों, जिसके बाद 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों तथा सह-रुग्णता वाले 50 वर्ष से कम आयु के जनसंख्या समूहों, जिनकी संख्या लगभग 27 करोड़ है, को प्राथमिकता दी जाएगी।
प्रधानमंत्री को को-विन टीका प्रदायगी प्रबंधन प्रणाली के बारे में भी अवगत कराया गया। यह अनूठा डिजिटल प्लेटफॉर्म टीके के स्टॉक, उनके भंडारण का तापमान और कोविड-19 टीका के लाभार्थियों की वैयक्तिक ट्रैकिंग की वास्तविक समय सूचना उपलब्ध कराएगा। यह प्लेटफॉर्म पूर्व-पंजीकृत लाभार्थियों, उनके सत्यापन और टीका अनुसूची के सफल समापन पर एक डिजिटल प्रमाण पत्र जेनरेट करने के लिए ऑटोमेटेड सत्र आवंटन के जरिए सभी स्तरों पर कार्यक्रम प्रबंधकों की सहायता करेगा। इस प्लेटफॉर्म पर पहले से ही 79 लाख से अधिक लाभार्थी पंजीकृत कर लिए गए हैं।
चूंकि टीकाकरण अभियान में टीका लगाने वालों तथा टीका प्रशासकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इसलिए उनकी प्रशिक्षण प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी गई। प्रशिक्षकों के राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण के दौरान 2,360 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया, जिनमें राज्य टीकाकरण अधिकारी, कोल्ड चेन अधिकारी, आईईसी अधिकारी, विकास भागीदार आदि सम्मिलित थे। राज्यों, जिलों और ब्लॉक स्तरों पर प्रशिक्षणों के एक हिस्से के रूप में अभी तक 61,000 से अधिक कार्यक्रम प्रबंधकों, 2 लाख टीका लगाने वालों और टीकाकरण टीम के अन्य 3.7 लाख सदस्यों को प्रशिक्षित किया गया है।
प्रधानमंत्री को देश भर में तीन चरणों में संचालित किए गए पूर्व परीक्षण (ड्राई रन) से भी अवगत कराया गया। तीसरा ड्राइ रन कल 33 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 4895 सत्रों को कवर करते हुए 615 जिलों में संचालित किया गया।
विस्तृत समीक्षा के बाद, यह निर्णय लिया गया कि लोहड़ी, मकर संक्रांति, पोंगल, माघ बिहू आदि सहित आगामी त्यौहारों को देखते हुए कोविड-19 टीकाकरण 16 जनवरी, 2021 से आरम्भ होगा।