नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी विश्व जैव ईंधन दिवस के अवसर पर 10 अगस्त, 2018 को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
प्रधानमंत्री इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करेंगे, जिनमें किसान, वैज्ञानिक, उद्यमी, विद्यार्थी, सरकारी अधिकारी और जन-प्रतिनिधि शामिल होंगे।
जैव ईंधन दरअसल कच्चे तेल पर आयात की निर्भरता कम करते हैं। जैव ईंधन इसके अलावा स्वच्छ परिवेश, किसानों के लिए अतिरिक्त आमदनी सृजित करने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजित करने में उल्लेखनीय योगदान दे सकते हैं। अत: किसानों की आमदनी बढ़ाने और स्वच्छ भारत सहित विभिन्न सरकारी पहलों के साथ जैव ईंधनों का बढि़या सामंजस्य है।
केन्द्र सरकार के प्रयासों के परिणामस्वरूप पेट्रोल में एथनॉल का मिश्रण एथनॉल आपूर्ति वर्ष 2013-14 के 38 करोड़ लीटर से बढ़कर एथनॉल आपूर्ति वर्ष 2017-18 में 141 करोड़ लीटर के स्तर पर पहुंच गया है। सरकार ने जून 2018 में जैव ईंधनों पर राष्ट्रीय नीति को भी मंजूरी दी है।