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प्रधानमंत्री 5 फरवरी, 2020 को लखनऊ में डेफएक्‍सपो 2020 के उद्घाटन समारोह की अध्‍यक्षता करेंगे

देश-विदेश

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी 5 फरवरी, 2020 को लखनऊ, उत्‍तर प्रदेश में डेफएक्‍सपो 2020 के उद्घाटन समारोह की अध्‍यक्षता करेंगे।

द्विवार्षिक विशाल रक्षा प्रदर्शनी डेफएक्‍सपो का यह 11वां संस्‍करण है, जिसमें 1000 राष्‍ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय कंपनियां अपना सामान प्रदर्शित करेंगी, भारत में यह अब तक का सबसे बड़ा डेफएक्‍सपो है।

एक्‍सपो का विषय है : ‘भारत: उभरता हुआ रक्षा निर्माण केन्‍द्र’। इस प्रदर्शनी का उद्देश्‍य रक्षा क्षेत्र की महत्‍वपूर्ण प्रौद्योगिकियों को एक स्‍थान पर लाना और सरकार, निजी निर्माताओं तथा स्‍टार्टअप को अनगिनत अवसर प्रदान करना है। प्रदर्शनी में देश के एरोस्‍पेस, रक्षा और सुरक्षा हितों के समूची रेंज को शामिल किया जाएगा।

प्रदर्शनी की उप विषय वस्‍तु ‘डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ डिफेंस’, जो नवीनतम प्रौद्योगिकियों की एप्लिकेशन के जरिए भविष्‍य के युद्ध क्षेत्र की अवधारणा से जुड़ी हुई है, पर भी विशेष ध्‍यान दिया जाएगा।

आरंभिक समारोह के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी भारत और उत्‍तर प्रदेश के मंडपों को देखेंगे।

‘इंडिया पेविलियन’ में विशेष रूप से लघु और मध्‍यम उद्यम (एसएमई)/सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यम (एमएसएमई) और नवोन्‍मेषी इकोसिस्‍टम सहित सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बीच मजबूत भागीदारी को दर्शाया जाएगा, जो आगे बढ़ने का संकेत है।

उत्‍तर प्रदेश के मंडप में राज्‍य के पहचाने हुए रक्षा गलियारे में निवेशकों के लिए औद्योगिक कौशल और विशाल संभावनाएं होंगी। उत्‍तर प्रदेश सरकार अनेक सांस्‍कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर रही है, जिसमें उत्‍तरी राज्‍य की समृद्ध सांस्‍कृतिक विरासत को दर्शाया जाएगा। विशेष रूप से तैयार टेंट सिटी में आगंतुकों को एक अनोखा अनुभव होगा।

दो मंडपों को देखने के बाद प्रधानमंत्री लैंड सिस्‍टम द्वारा पूर्ण सजीव प्रदर्शन, एरोप्‍लेटफॉर्म द्वारा फ्लाइंग प्रदर्शन तथा नौसेना प्रणालियों द्वारा परिचालन प्रदर्शन की अध्‍यक्षता करेंगे।

डेफएक्‍सपो 2020 में 70 से अ‍धिक देशों के भाग लेने की उम्‍मीद है। ये सबसे बड़ी अंतर्राष्‍ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी की तर्ज पर आयोजित किया जा रहा है।

एक्‍सपो के दौरान अनेक समझौता ज्ञापनों पर हस्‍ताक्षर होने की उम्‍मीद है, जिसके परिणामस्‍वरूप नये व्‍यापार सहयोग कायम होंगे।

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