केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने जम्मू और कश्मीर के 2 दिवसीय आधिकारिक दौरे पर श्रीनगर, बडगाम और बारामूला का दौरा किया। यहां पर उनका आगमन भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए एक आउटरीच कार्यक्रम का एक हिस्सा था, जिसमें लगभग 70 केंद्रीय मंत्री सितंबर तथा अक्टूबर के महीने में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर का दौरा करेंगे। इसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर लोगों से जुड़ना और जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन की निगरानी करना है।
अपनी यात्रा के दौरान श्री चंद्रशेखर ने बडगाम जिले में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने छात्रों, आदिवासियों, पीआरआई सहित अन्य लोगों से मुलाकात की और 790 करोड़ रुपये के चल रहे विकास कार्यक्रमों की गति पर निगाह रखने के लिए बडगाम जिला प्रशासन के साथ समीक्षा बैठकें कीं। उन्होंने बडगाम जिले में छात्रों, किसानों, बागवानों, आदिवासियों, पंचायती राज संस्थाओं, कौशल प्रशिक्षकों, व्यापारी संघों, फल उत्पादक संघ और युवा क्लबों सहित अन्य लोगों से मुलाकात की। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों की उपस्थिति में उनकी आकांक्षाओं और अपेक्षाओं के बारे में जानने के लिए उनसे बातचीत की।
संवाद के बाद श्री चंद्रशेखर ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के बारे में चर्चा की और कहा कि “दिल की दूरी और दिल्ली की दूरी को कम करने के प्रधानमंत्री के आह्वान ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ सीधा जुड़ाव स्थापित किया है”। इसके परिणामस्वरूप ही जम्मू-कश्मीर के इतिहास में एक अभूतपूर्व पैमाने के बड़े स्तर पर सरकारी आउटरीच कार्यक्रम संचालित हुआ है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2019 से पहले जम्मू-कश्मीर के लिए सिर्फ एक मंत्री काम करता था, लेकिन अब 77 मंत्री जम्मू-कश्मीर के लोगों की सेवा के लिए चौबीसों घंटे कार्य कर रहे हैं।
श्री चंद्रशेखर ने बारामूला के मीरगुंड पट्टन में पारंपरिक शिल्प क्लस्टर का दौरा किया और उन्हें हस्तशिल्प एवं कालीन क्षेत्र कौशल परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा इस क्षेत्र के विकास तथा संभावनाओं के बारे में जानकारी दी गई। श्री चंद्रशेखर ने चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सराहना की और पारंपरिक कौशल तथा शिल्प कौशल को बढ़ावा देने के लिए श्री नरेन्द्र मोदी सरकार की प्रतिबद्धता से सभी को अवगत कराया। उन्होंने बडगाम जिले में कौशल विकास पर एक नई पायलट परियोजना की भी घोषणा की, जिसका उद्देश्य पारंपरिक एवं विरासत हस्तशिल्प को बढ़ावा देना और उन्हें बेहतर रोजगार के अवसरों के लिए उद्योगों से जोड़ना है। सेक्टर स्किल काउंसिल के प्रशिक्षुओं और अन्य हितधारकों को संबोधित करते हुए श्री चंद्रशेखर ने कहा कि “इन हस्तशिल्प के निर्यात को वर्तमान मूल्य के 10 गुना तक बढ़ाने के लिए एक रोडमैप तैयार किया जाना चाहिए और यह स्थानीय युवाओं की अपार प्रतिभा और कौशल को देखते हुए बहुत ही आसानी प्राप्त करने योग्य है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने अपने 2 दिवसीय दौरे की शुरुआत हजरत शेख उल आलम की दरगाह के दर्शन करके की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा 11.30 करोड़ रुपये की लागत से चरारीशरीफ में स्थापित नये उप जिला अस्पताल का लोकार्पण किया। यह अस्पताल आसपास के गांवों और चरारीशरीफ कस्बे को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा। उन्होंने चरारीशरीफ से बाटापोरा हापरू तक एक सड़क को उन्नत बनाने की आधारशिला भी रखी, जिससे स्थानीय सड़क संपर्क में सुधार होगा।
श्री चंद्रशेखर ने बडगाम जिले के लिए चलाई जा रही और नियोजित परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी हेतु जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक बैठक की भी अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि जिले के लिए 790 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की योजना बनाई गई है। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा है कि सरकार भी केंद्र शासित प्रदेश के लिए घोषित नई औद्योगिक नीति 2021-30 के तहत आगामी 3 वर्षों में लगभग 50,000 करोड़ रुपये के नए निवेश की उम्मीद कर रही है। सूचना एवं प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले नागरिक आधारित सेवाओं के वितरण को कारगर बनाने के लिए, जिला प्रशासन ने एनआईसी के सहयोग से कुछ मोबाइल ऐप तैयार किए हैं, इनमें ‘औरज़ुव’- जियो टैग्ड हेल्थकेयर सेंटर और स्वास्थ्य ई-सेवाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है, ‘मेरी-आवाज़’: जिला बडगाम के जल निकायों के संरक्षण और बहाली के लिए एक ऑनलाइन जल निकाय शिकायत निवारण पोर्टल है, जबकि ‘कोविड केयर’: ब्लॉक स्तर पर रोगी देखभाल की निगरानी और ऑनलाइन सरकारी सेवाएं प्रदान करने वाला ऐप है। इन ऐप्स को केंद्रीय राज्य मंत्री ने लॉन्च किया था।
श्री चंद्रशेखर ने अपनी यात्रा का समापन इस संदेश के साथ किया कि “अगले 2-3 वर्षों में जम्मू-कश्मीर के लोग व्यापक विकास के एक नए रोडमैप के परिणाम देखेंगे। प्रधानमंत्री का सपना जम्मू-कश्मीर की प्रगति और समृद्धि की परिकल्पना को साकार करना है। उन्होंने अपनी 2 दिवसीय यात्रा के दौरान गर्मजोशी से भरे आतिथ्य के लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों, जिला प्रशासन के अधिकारियों और अन्य व्यक्तियों का भी आभार व्यक्त किया।