नई दिल्ली: मैं 16 अगस्त को संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा प्रारंभ कर रहा हूं। यह 34 वर्षों में प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। संयुक्त अरब अमीरात एक मूल्यवान सहयोगी है और हमारे संबंधों की सीमा भारत और संयुक्त अरब अमीरात के जीवंत संबंधों का द्योतक है। भारत संयुक्त अरब अमीरात का दूसरा सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी है और संयुक्त अरब अमीरात भारत का तीसरा का सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी।
संयुक्त अरब अमीरात को 2.5 मिलियन से अधिक भारतीयों ने अपना घर बनाया है। उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात की प्रगति में अपार योगदान दिया है और प्रत्येक अवसर पर भारत को भी चुकाया है। भारत और संयुक्त अरब अमीरात विचित्र रूप से हवाई और समुद्री मार्ग से जुड़े हुए हैं।
संयुक्त अरब अमीरात की आर्थिक छलांग अत्यंत प्रशंसनीय है। संयुक्त अरब अमीरात पूरे विश्व के लोगों को आकर्षित करने वाली वैश्विक, आर्थिक सफलता की कहानी है। संयुक्त अरब अमीरात तथा भारत की सुदृढ़ साझेदारी वर्षों पुरानी है। दोनों बहुलता और विविधता को सम्मान देने वाले बहु-सांस्कृतिक समाज हैं।
मैं अपनी यात्रा के दौरान ऊर्जा, व्यापार में सहयोग बढ़ाने का इच्छुक हूं और निवेशकों से बात करूंगा कि भारत क्यों आकर्षक निवेश स्थल है। मुझे विश्वास है कि मेरी यात्रा दोनों राष्ट्रों के बीच जन-जन संबंध में तेजी लाएगी।
मैं विशेष रूप से संयुक्त अरब अमीरात में काम करने वाले भारतीय श्रमिक समुदाय से मिलने के प्रति आशान्वित हूं। पिछले अनेक वर्षों के उनके कठिन परिश्रम की प्रशंसा करने के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है।
मैं आबूधाबी के शाहजादा वली अहद महामहिम शेख मुहम्मद बिन जायेद अल नहयान से व्यापक बातचीत करूंगा। महामहिम के विजन और दूरदर्शिता ने संयुक्त अरब अमीरात को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। मैं संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री महामहिम शेख मुहम्मद बिन रशीद अल मख्तूम से मिलूंगा।
मेरी यात्रा के एक स्थान में मसदर शहर है। यह शहर शून्य कार्बन शहर है। यह स्वच्छ और हरित कल बनाने की दिशा में एक प्रयास है।