नई दिल्ली: थाईलैंड की राजकुमारी महा चक्री सिरिनधर ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की।
राजकुमारी का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि देश उन्हें अपने विशेष मित्र के रूप में देखता है। राष्ट्रपति ने महाराज भूमिबल अदुल्यदेज के निधन पर संवेदना व्यक्त की और कहा कि अपने लोगों के कल्याण के प्रति दया, दूरदर्शिता और प्रतिबद्धता के लिए महाराज भूमिबल को सदैव याद रखा जाएगा।
राष्ट्रपति ने पहला विश्व संस्कृत पुरस्कार प्राप्त करने पर राजकुमारी महा चक्री सिरिनधर को बधाई दी और कहा कि भारत संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने में उनके प्रयासों तथा हमारे साहित्य, कला तथा संस्कृति में उनकी रूचि के लिए राजकुमारी की सराहना करता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत थाईलैंड के साथ अपने संबंधों को उच्च प्राथमिकता देता है। हम राजनीतिक, सुरक्षा, व्यावसायिक और संपर्क सहित सभी क्षेत्रों में संबंध सुदृढ़ करना चाहते हैं।
राजकुमारी ने भी राष्ट्रपति की सराहना की और संवेदना प्रकट करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पूर्व महाराज के दिल में भारत का विशेष स्थान था।