लखनऊ: उत्तर प्रदेश शासन ने चालू वित्तीय वर्ष में वाणिज्य कर विभाग का राजस्व प्राप्तियों एवं कर वसूली का लक्ष्य 53500 करोड़ रूपये निर्धारित किया है। प्रमुख सचिव वाणिज्य कर, उ0प्र0 शासन श्री बीरेश कुमार ने वाणिज्य कर मुख्यालय लखनऊ के सभागार में आयोजित विभागीय कार्यों एवं राजस्व प्राप्तियों की प्रगति की गहन समीक्षा की।
उन्होंने समस्त जोनल अपर आयुक्तों/संयुक्त आयुक्तों को निर्देशित किया है कि चालू वित्तीय वर्ष के वाणिज्य कर वसूली के 53500 करोड़ रू0 वार्षिक लक्ष्य को शत प्रतिशत प्राप्त करने के लिए अभी से सक्रियता लायें। उन्होंने नोएडा क्षेत्र में राजस्व प्राप्तियों के गिरते स्तर पर कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए सम्बंधित जोनल अपर आयुक्त एवं संयुक्त आयुक्त तथा उपायुक्त वाणिज्यकर को राजस्व प्राप्तियों का 100 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव श्री बीरेश कुमार ने अप्रैल माह 2015 के राजस्व प्राप्ति के 2498.17 करोड़ रू0 वसूली के लक्ष्य के सापेक्ष 30 अप्रैल तक 2141.10 करोड़ रू0 वसूली मात्र 85.71 प्रतिशत किये जाने पर समस्त अधिकारियों को प्रत्येक माह निर्धारित लक्ष्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
वाणिज्यकर आयुक्त श्री मृत्युंजय कुमार नारायण ने व्यापारियों का शत प्रतिशत पंजीकरण करने, समाधान योजना, छोटे व्यापारियों के लिए लागू की गयी समाधान योजना, आनलाइन व्यवस्था, व्यापारियों के हित में वाणिज्यकर विभाग उ0प्र0 शासन द्वारा की गयी व्यवस्था, रिटर्न के प्रस्तुतीकरण में सरलता, ई-संचरण की सुविधा, आई0टी0सी0 की सुविधाजनक प्राप्ति, व्यापारियों के द्वार पर पंजीयन की सुविधा, स्वतः कर निर्धारण व्यवस्था, फार्म-38 के मूल्य में कमी, विभागीय फार्माें की आनलाइन व्यवस्था, व्यापारी दुर्घटना बीमा योजना एवं उत्तराधिकारी-व्यापारियों को सुविधा तथा व्यापारी सुविधा केन्द्र्रों के माध्यम से वाणिज्यकर सम्बन्धी सम्पूर्ण विवरण शासन को भेजने हेतु निर्धारित शुल्क में की गयी समुचित व्यवस्था के विषय में व्यापारियों को जानकारी देने के निर्देश दिए।
वाणिज्यकर कमिश्नर ने वाणिज्यकर अपवंचकों के विरूद्ध कार्यवाही करने तथा वाणिज्य कर चोरी रोकने हेतु छापेमारी अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वाणिज्यकर विभाग की सचल प्रवर्तन इकाईयों द्वारा छापेमारी अभियान से वाणिज्य कर चोरी पकडे़ जाने और अर्थदण्ड की वसूली से राजस्व प्राप्ति तथा वाणिज्यकर चोरी रोकने में आशातीत सफलता मिल रही है। उन्होंने कहा कि वाणिज्यकर राजस्व प्राप्तियों की रिकार्ड उपलब्धियों हेतु अब प्रत्येक माह जोनवार ग्रेडिंग की जा रही है जिन अधिकारियों की वाणिज्यकर राजस्व वसूली की उपलब्धियां खराब रहेंगी उनके विरूद्ध शिथिलता एवं लापरवाही के कारण दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जोन के वाणिज्यकर के शीर्ष अधिकारी वाणिज्यकर की वसूली की प्रगति की समीक्षा करेंगे और कम वसूली करने वाले अधीनस्थ अधिकारियों को राजस्व प्राप्ति में वृद्धि करने हेतु प्रेरित करेंगे।
बैठक में अपर आयुक्त श्री बी एम शास्त्री, श्रीमती साधना त्रिपाठी, मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी श्री शक्ति प्रताप सिंह एवं समस्त जोनल अपर आयुक्त/संयुक्त आयुक्त एवं सहायक सूचना निदेशक बी. एल. मौर्य भी उपस्थित थे।