मुंबई: अनिल कपूर अपनी आगामी फिल्म फन्ने खान में पीहू सांड के पिता की भूमिका अदा कर रहे है जहाँ पीहू को बॉडी शेमिंग जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अभिनेता अनिल कपूर असल जिंदगी में भी अपने बेटी सोनम और भतीजे अर्जुन को इस स्थिति से गुजरते हुए देख चुके है जिन्होंने डट कर इन सब परेशानियों का सामना किया है।
पीहू म्यूजिकल ड्रामा फ़िल्म फन्ने खान में अनिल कपूर और दिव्या दत्ता की 20 वर्षीय बेटी लता की भूमिका निभा रही है। पीहू को अपने इस किरदार के लिए 20 किलोग्राम वजन बढ़ाना पड़ा ताकि वह स्क्रीन पर 98 किलो की दिख सके और ऐसा पहली बार हुआ है जब पीहू को अपनी किसी फिल्म के लिए इतना अधिक वजन बढ़ाने की आवश्यकता पड़ी है।
अनिल कपूर के निवास स्थल पर हुई वर्कशॉप के दौरान, अभिनेता युवा लड़की के आत्मविश्वास और हिस्टोरियोनिक्स से ख़ासा प्रभावित थे। अनिल कपूर ने कहा,” “ओरिजिनल बेल्जियम फिल्म “एवरीबॉडीज फेमस” देखने के बाद, मुझे पता था कि यह कास्टिंग का एक मुश्किल हिस्सा था लेकिन बिंदास पीहू से मिलने के बाद मुझे तुरंत अहसास हो गया था कि यही हमारी लता थी। जब मैं प्रतिभा देखता हूं, तो शारीरिकता सहित बाकी कोई भी चीज़ मायने नहीं रखती।”
पीहू यानी लता के सपने और उन सपनों को पूरा करने के लिए अनिल कपूर द्वारा सहन किये जाने संघर्ष के इर्दगिर्द घूमने वाली इस फ़िल्म में वजन से जुड़ी परेशानी और बॉडी शेमिंग जैसी दिक्कतों को भी दिखाया गया है। हालाँकि, अभिनेता के लिए यह चिंता नई नहीं थी क्योंकि उनकी अभिनेत्री बेटी सोनम कपूर का वजन कुछ वर्ष पहले तक 86 किलोग्राम था।
जब वह सिंगापुर गयी तो अपने माता-पिता से अलग होने के कष्ट को इस चीज़ का जिम्मेदार ठहराया और इस बारे में बात करते हुए अनिल ने कहा,”वह तीन-चार साल उसके लिए दर्दनाक थे और जब वह घर लौटी, तो मैं उसे देख कर चौंक गया था। जिस तरह से वह चलती थी, सीढ़ियां चढ़ने की पीड़ा, उसके चेहरे पर दिखने वाला दुःख, इन सब चीज़ों ने मेरा दिल तोड़ दिया था। ”
इंडस्ट्री से वाकिफ़ रखने वाले, अनिल कपूर यह जानते थे कि उनके बच्चों को ताने और आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा। लेकिन फिर भी अभिनेता ने हमेशा उन्हें बताया कि वे अपने आप में काफी सुंदर हैं और कुछ भी इस बात को बदल नहीं सकता। अभिनेता ने कहा,” ईमानदार से कहूं, मैंने सोनाम की उपस्थिति के साथ गहरी चिंताओं की कल्पना नहीं की थी, क्योंकि मेरे लिए वह हमेशा शानदार रही है।” सोनम 13 साल की उम्र से किस स्थिति से गुज़र रही थी इस बात का अंदाज़ा अनिल को हाल ही में सोनम के एक इंटरव्यू के ज़रिए पता लगी जिसमे सोनम ने घंटो तक शीशे के सामने खड़े हो कर अपनी अपीयरेंस को कोसने की बात कही थी।
अभिनेता ने खुलासा किया कि संजय लीला भंसाली को असिस्ट करते वक़्त सोनम का अभिनेत्री बनने का कोई प्लान नहीं था। “उस वक़्त भी उनका वजन ज़्यादा था और ब्लैक की शूटिंग के दौरान तक वह बेपरवाह थी लेकिन संजय को उसके वजनी शरीर के पीछे छिपी एक सुंदर लड़कीं नज़र आई और उसे “सांवरिया” के साथ लॉन्च करने का प्रस्ताव दिया।”
इस ऑफर के बाद, अभिनेत्री स्ट्रिक्ट डाइट और फ़िटनेस दिनचर्या की मदद से एक साल में 35 किलो कम करने में क़ामयाब रही लेकिन अपने लुक को ले कर वह अभी भी दुविधा में थी। स्टारडॉम ने इस सफ़र को आसान नहीं बनाया। तस्वीरों में नज़र आने वाले हल्के से धब्बे को बढ़ा चढ़ा कर दिखाया जाता था जो उसके आत्म-सम्मान को तोड़ देता था।
इस मुद्दे के बारे में बात करते हुए अनिल ने कहा,”बॉडी-शर्मिंग एक श्राप है और वास्तव में हमारे बच्चों को दर्द देती है। एनोरेक्सिया नर्वोसा और एसोसिएटेड डिसऑर्डर (एएनएडी) के नेशनल एसोसिएशन के मुताबिक अमेरिका में सभी उम्र और लिंग के कम से कम 30 मिलियन लोग विकार खाने से पीड़ित हैं, जिसके परिणामस्वरूप हर 62 सेकंड में कम से कम एक मौत होती है।
अपनी बेटी के बारे में बात करते हुए अनिल कपूर ने कहा, “सोनम हमेशा मेरी आंखों में परिपूर्ण और खूबसूरत रही है और मैं इस बात से बेहद खुश हूँ कि वह स्वस्थ है और आज खुद के साथ संतुष्ट है। जब सौंदर्य की बात आती है, तो हमें वास्तव में फिज़िकैलिटी से पर्सनालिटी पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होती है। महिलाएं जो स्मार्ट, बुद्धिमान, सहानुभूतिपूर्ण, निर्धारित और पूर्ण होती है वे सुंदर होती हैं। और सोनम भी इसी तरह सुंदर है।”
दोस्तों के महत्व की व्याख्या करते हुए, अनिल कपूर ने साझा किया कि सौभाग्य से सोनम के पास नम्रता सोनी और उनकी बहन रिया जैसे दोस्त थे, जिन्होंने उसका आत्म-सम्मान बढ़ाया और अपने आप से प्यार करना सिखाया। अनिल ने रिया को फायरब्रांड उपाधि देते हुए दावा किया है कि उन्होंने कभी भी इतनी आत्मविश्वास व्यक्ति से मुलाकात नहीं की है। वह जानती है कि वह कौन है और हमेशा खुद से सच्ची रहती है। मैंने उसे कभी लड़खड़ाते हुए नहीं देखा है।
उन्हें कभी भी हर्ष को यह नहीं कहना पड़ा कि क्या करना है या यह कैसे करना है क्योंकि उनके बेटे ने हमेशा अपने दिल और मन की बात का पालन किया है। “हर्ष एक पुरानी आत्मा है। वह मेरा सबसे छोटा बेटा है लेकिन कुछ मायनों में, वह बुद्धिमान है,” अनिल ने कहा।
सोनम की तरह, अर्जुन को भी बॉलीवुड में अपनी शुरुवात करने से पहले बॉडी शेमिंग से गुज़रना पड़ा। अपने भतीजे अर्जुन के बारे में बात करते हुए अनिल ने कहा,”इसका श्रेय सलमान (खान) को जाता है। जब उनके पिता (भाई बोनी) ने मुझे अर्जुन की नई तस्वीरें दिखायीं, तो बेहद खुश और बहुत गर्व महसूस कर रहा था।”
उन्होंने कहा कि बच्चों को किसी भी चीज में धकेलना महत्वपूर्ण नहीं है। अनिल को याद जब सोनम ने उनसे उनके ट्रेनर शेरवीर की मांग की थी। सरलता से अनिल ने कहा,”वह आवाज़ स्वयं भीतर से अलनी चाहिए” अनिल न बताया कि शेरवीर ने उन्हें ‘हमारा दिल आपके पास है’ के सुहाग रात सीन में अच्छा दिखने के लिए काफ़ी मदद की थी।
एयर ब्रशिंग और फोटो-शॉपिंग एलियन अवधारणाएं हैं जिनसे अनिल स्वस्थ और अनुशासित रह कर अब तक बचने में कामयाब रहे हैं। फन्ने खम के सेट से हालिया वाक्य साझा करते हुए अनिल ने बताया,”जब हम हाल ही में ‘बदन पे सितारे लपेटे हुए’ की शूटिंग कर रहे थे, तो एक स्पेशल इफ़ेक्ट टीम को फ्रेम साफ करने के लिए तैयार रखा गया था, लेकिन आखिरकार उसकी ज़रूरत नहीं पड़ी और हमने बहुत पैसों की बचत कर ली।”
अभिनेता ने यह भी बताया कि पिछले साल फ्रांस ने एक नया कानून लागू किया था, जिससे मीडिया तस्वीरों को लेबल करना अनिवार्य हो गया है जिन्हें अक्से व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए मॉडल को डिजिटल रूप से पतला दिखाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। “चूंकि हम भविष्य की ओर बढ़ रहे है ऐसे में बॉडी शेमिंग पर अल्पविराम लगाते हुए सौंदर्य को सरहाने का वक़्त आ गया है। मेरी फिल्म में इस मुद्दे को दर्शाया गया है और यही बात इसे विशेष बनाती है। मेरे बच्चें स्ट्रांग, कॉंफिडेंट और अपने दिमाग़ के साथ स्वतंत्र व्यक्ति है। और यह हमेशा मेरी सबसे बड़ी विरासत रहेगी, “अभिनेता ने कहा।
अपनी तरह की एक म्यूजिकल कॉमेडी, “फन्ने खान” एक पिता की कहानी के बारे में जो अपनी महत्वाकांक्षी सिंगर बेटी का सपना पूरा करना चाहते है।
फन्ने खान के साथ ऐश्वर्या और अनिल कपूर लगभग 17 साल के लंबे अंतराल के बाद एक साथ वापसी कर रहे है।
“फन्ने खान” के साथ अतुल मांजरेकर निर्देशन के क्षेत्र में अपनी नई शुरुआत कर रहे है।
गुलशन कुमार, टी-सीरीज़ और वीरेंद्र अरोड़ा प्रस्तुत करते है राकेश ओमप्रकाश मेहरा पिक्चर्स की एक फिल्म जिसे अनिल कपूर फिल्म और कम्युनिकेशन नेटवर्क के एसोसिएशन में बनाया गया है। भूषण कुमार, राकेश ओमप्रकाश मेहरा और अनिल कपूर द्वारा निर्मित। पीएस भारती, राजीव टंडन और कृष्ण कुमार द्वारा निर्मित। कुसुम अरोड़ा और निशांत पिट्टी द्वारा निर्मित और अतुल मांजरेकर द्वारा निर्देशित “फन्ने खान” 3 अगस्त 2018 के दिन रिलीज होगी।